प्रदेश में बारिश ने तबाही मचाई है। पिछले दो दिनों से जारी बारिश ने जन जीवन पर खासा असर डाला है। बारिश से अभी तक 10 लोगों के मारे जाने की सूचना है। वहीं, भूस्खलन के चलते प्रदेश में 13 एनएच बंद पड़े हुए हैं तो करीब 429 मार्ग अवरुद्ध हैं।
जिला चंबा के मैहला विकास खंड की बंदला पंचायत में मकान की दीवार गिरने से दादा-पोती की दबने से मौत हो गई। मृतकों की पहचान 80 वर्षीय कंठ और 8 वर्षीय पल्लवी के रूप में हुई है।
ढारे में रह रहा परिवार दबा
राजधानी शिमला में आरटीओ आफिस के पास एक ढारे में रह रहा परिवार दब गया। इस हादसे में दो लड़कियों और एक महिला की मौत हो गई, जबकि पिता घायल है। उधर, रोहड़ू में हाटकोटी कैंची के पास टिप्पर पर मलबा गिरने से उसमें सवार व्यक्ति की मौत हो गई।
भूस्खलन की चपेट में आया ट्रक
स्वारघाट-बिलासपुर हाईवे पर आधी रात को एक ट्रक भूस्खलन की चपेट में आ गया। लोगों ने सुबह मलबा हटाकर देखा तो चालक अजिंद्र सिंह पुत्र हरनाम सिंह निवासी आस्था अपार्टमेंट जीरकपुर पंजाब की मौत हो चुकी थी। बद्दी-बिलावाली स्थित एक कंपनी की दीवार गिरने से विक्की पुत्र मुख्तयार, गांव शमत बेल्दी, तहसील गोपाल, जिला सहारन, बिहार की मौत हो गई। जबकि एक अन्य को गंभीर हालत में पीजीआई में भर्ती कराया गया है।
जीभी खड्ड में बहा व्यक्ति
वहीं, जिला कुल्लू के उपमंडल बंजार में जीभी खड्ड में एक व्यक्ति बह गया। जिसकी पहचान चुन्नी नाल निवासी जीभी के रूप में हुई है। चुन्नी लाल नदी किनारे बने टूरिस्ट हट में मौजूद था और वहां के रसोईघर में चाय बना रहा था। इसी दौरान खड्ड में आई बाढ़ में टूरिस्ट हट उसकी चपेट में आ गया और व्यक्ति भी साथ ही बह गया। पुलिस मौके के लिए रवाना हो गई है। व्यक्ति का अभी तक कोई पता नहीं चला है। उधर, मनाली के पांडुरोपा के जंगल में पशुओं को लेने गए व्यक्तियों में से एक की मौत हो गई है।