जिला बिलासपुर के घुमारवीं के गांव करयालग में हुए भूस्खलन का शिमला से आई विशेष टीम ने दौरा किया। भू-वैज्ञानिकों ने भूस्खलन होने के कारणों की जांच की। इस बारे में बिलासपुर के जिलाधीश राजेश्वर गोयल ने जानकारी देते हुए बताया कि विशेष टीम रिपोर्ट तैयार करेगी कि किस प्रकार भविष्य में गांव करयालग में भूस्खलन होने से रोका जा सकता है। इस दौरान बिलासपुर डीसी के अलावा संबंधित विभागों के उच्चाधिकारी भी उपस्थित रहे।
गौरतलब है कि भारी वर्षा के चलते घुमारवीं के करयालग गांव में सात परिवार भूस्खलन से बेघर हो गए हैं। प्रशासन द्वारा 7 परिवारों के सदस्यों को रेस्क्यू द्वारा बाहर सुरक्षित निकाला गया था। इस बड़ी घटना में लगभग 7 मकानों की जमीने मकानों सहित खिसक कर लगभग 400 से 500 मीटर नीचे तक चली गई हैं। करीब 35 बीघे जमीन खाई में परिवर्तित हो गई है। यहां तक कि मवेशियों को दूसरे दिन रेस्क्यू किया था हालांकि कुछ मवेशियों के मलबे के नीचे आने के कारण मौत भी हो गई थी। प्रसासन के द्वारा पीड़ितो को 40 -40 हजार की राहत राशि प्रदान की गई।