भारतीय वायु सेना को आधिकारिक तौर पर अपाचे हेलिकॉप्टर का पहला बैच 3 सितंबर को पठानकोट एयरबेस को सौंपा जाएगा। हेलिकॉप्टर के शामिल होने से भारत की दुश्मन के घर में घुसकर मार करने की क्षमता और बढ़ेगी। 3 सितंबर को शीर्ष आईएएफ और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूगी में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सबसे एडवांस अपाचे हेलिकॉप्टर को भारतीय वायु सेना को समर्पित करेंगे। अमेरिकी कंपनी बोइंग निर्मित AH-64E अपाचे अटैक हेलिकॉप्टर दुनिया के सबसे आधुनिक और घातक हेलिकॉप्टर माना जाता है। भारत ने 2015 में अमेरिका से 22 अपाचे हेलिकॉप्टर खरीदने की डील की थी। भारतीय वायु सेना बोइंग से इन हेलिकॉप्टरों को खरीद रही है। भारतीय वायु सेना में ये हेलिकॉप्टर तीन दशक पुराने MI-35 हेलिकॉप्टर की जगह लेंगे।
टू सीटर इस हेलिकॉप्टर में हेलीफायर और स्ट्रिंगर मिसाइलें लगी हुई हैं। साथ ही इसमें एक सेंसर भी लगा है जिसकी वजह से रात में भी ऑपरेशन करने को भी अंजाम दे सकता है। 365 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भर सकने वाले इस हेलिकॉप्टर में 30 मिलीमीटर की दो गन लगी हुई हैं। 2020 तक बोइंग भारतीय वायु सेना के लिए 22 अपाचे के पूरे बेड़े को सौंप देगा।
बता दें कि भारत अपाचे का इस्तेमाल करने वाला 14वां देश होगा। इससे वायुसेना की ताकत में काफी इजाफा होगा। इसी साल फरवरी में अमेरिका से खरीदे गए चिनूक हेलिकॉप्टर की पहली खेप वायुसेना के बेड़े में शामिल हो चुकी है। 4 चिनूक हेलिकॉप्टर गुजरात में कच्छ के मुंद्रा एयरपोर्ट पहुंचे थे।