हिमाचल आकाशी रज्जुमार्ग संशोधन विधेयक को मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने सदन में रखा। इस को पारित करने से पहले माकपा नेता राकेश सिंघा सहित कांग्रेस के विधायकों राम लाल ठाकुर, सुखविंदर सिंह सुक्खू और जगत नेगी ने अपनी आपत्तियां जाहिर की। इन सदस्यों ने कहा कि रोप-वे को लेकर स्थिति साफ़ नहीं है। इसकी मकानों से दूरी 10 मीटर से ज्यादा की जानी चाहिए। इससे साथ बने मकान मालिकों को नुकसान उठाना पड़ेगा । इसके लिए फीस या किराया पहले से तय होना चाहिए…वरना जो कंपनी या ठेकेदार रोप-वे लगता है उसकी मनमानी की जाती है।
इस पर मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने बताया की प्रदेश में पर्यटक को बढ़ावा देने के लिए रज्जुमार्ग जरूरी है। क्योंकि दिन प्रतिदिन बढ़ती यातायात की समस्या को देखते हुए रज्जुमार्ग की ज़रूरत महसूस होने लगी है। इसलिए इस पर शंका उचित नहीं है। सरकार ने किराए को लेकर भी प्रावधान किया गया है। इससे पेड़ नहीं कटेंगे न ही पर्यावरण को नुकसान होगा। सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर बिल लाया गया है। इस बिल को सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया।