नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने सरकार की मेगा इन्वेस्टर मीट पर सवाल खड़े किये हैं। नेता विपक्ष ने कहा है कि इन्वेस्टर मीट के नाम पर हिमाचल को बिकने नहीं दिया जायेगा। सरकार ने इन्वेस्टर मीट के जरिये "हिमाचल ओन सेल" कर दिया है जिसे बचाने के लिए कांग्रेस ने "सेव हिमाचल" कैंपेन शुरू किया है। पर्यटन निगम के होटल बेचना तो सिर्फ शुरुआत है सरकार ने कई विभागों से उनकी खली पड़ी सम्पतियों का ब्योरा मांगा ताकि सरकार उस भूमि को इन्वेस्टर को दे सके।
उन्होंने कहा कि सरकार आयुर्वेद विभाग के तीन फार्मसी संस्थान निजीकरण कर रही है। नाहन फाउंड्री जैसे संस्थानों के सरकार सौदे कर रही है। सरकार की परतें खुलनी शुरू हो गयी हैं और कांग्रेस पार्टी की पूरी नजर सरकार पर है। सरकार ने कई कंपनियों और इन्वेस्टरो के साथ एमओयू भी किये हैं उन्हें स्टडी किया जा रहा है किस किस कंपनी से क्या एमोयु किया जा रहा है।
धारा 118 से छेड़छाड़ की जा रही और हाउसिंग बोर्ड कह रहा है कि धारा 118 का सरलीकरण कर लिया गया है। लेकिन मुख्यमंत्री कह रहे हैं नहीं किया। धर्मशाला ,बद्दी-बरोटीवाला से इंडस्ट्रियल छोड़कर जा रहे हैं उनको बारे में सरकार कुछ नहीं सोच रही है। कांग्रेस जिम्मेदार विपक्ष होने के नाते सरकार पर नजर रखेगा और हिमाचल को ऐसे बिकने नहीं देगा।