कांगड़ा विधानसभा के क्षेत्र जयसिंहपुर में प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष जसवंत ढडवाल ने मौजूदा सरकार के मंत्रियों और विधायकों के लिए कटोरा हाथ में लेकर भीख मांगी। उन्होंने कहा कि हाल ही में विधानसभा में जिस तरह से विधायकों और मंत्रियों के यात्रा भत्तों में बढ़ोतरी का भारी विरोध करते हुए कहा कि प्रदेश में कर्मचारियों की पेंशन स्कीम को बहाल नहीं किया गया लेकिन प्रदेश कर्ज में डूबा होने के बावजूद सरकार विधायकों के यात्रा भत्ता और इनकी पेंशन, टेलिफोन बिल, बिजली बिल और सस्ते लोन के लिए बार-बार कर्ज ले रही है।
ढडवाल ने कहा कि वह एक बीडीसी सदस्य हैं और सरकार द्वारा उन्हें जो मानदेय दिया जाता है उसे वह बीपीएल परिवार की लड़कियों की विवाह शादियों पर दान करते हैं ! ढडवाल ने कहा उन्हें उम्मीद थी कि भाजपा सरकार के केंद्र में आने पर सभी एमपी और विधायकों के मानदेय व् पेंसन बंद हो जाएगी लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ ! लोकतंत्र की व्यवस्था में परिवर्तन होना तो दूर की बात प्रदेश की भाजपा सरकार तो एक कदम और आगे बढ़ गई जहां आज के दौर में 52 विधायक करोड़पति हैं। लेकिन जब यात्रा भत्ते की आड़ में अपने मानदेय बढ़ोतरी की बात हुई तो सब एक जुट होकर खामोश हो गए और जब कर्मचारियों की पेंशन बहाली की बात होती है तो मतभेद तब एक दूसरे का बात करते हैं।
ढडवाल ने कहा कि वह स्वयं ही विधानसभा के सभी गांवों में जाकर पूर्व विधायकों और मौजूदा विधायक रवि धीमान के लिए एक एक रुपए की भीख मांग कर इकट्ठा करेंगे साथ ही गांव- गांव में जा जाकर लोगों को इसके बारे में जागरूक भी करेंगे। उन्होंने कहा कि इस अभियान में जो भी उनसे जुड़ना चाहते हैं उनको साथ लेकर गरीब विधायकों की मदद करेंगे। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि अपने लिए खुद ही सभी भत्ते तय करने की कैपेसिटी कहां तक उचित है जिसकि एक याचिका हाईकोर्ट में भी दर्ज करवाई जाएगी !