मंडी जिला में मतदाता सत्यापन कार्यक्रम का आगाज हो गया है। 1 सितंबर से 15 अक्तूबर तक मतदाता सत्यापन कार्य जारी रहेगा। इस समयावधि के दौरान मतदाताओं को अपना और परिवार के सदस्यों का विवरण का प्रमाणीकरण और सत्यापन करना होगा। बेहरीन मतदाता सूची तैयार करने के लिए इस बार चुनाव से पहले ही मतदाता सूची सत्यापन कार्यक्रम शुरू किया गया है। सत्यापन अभियान के जरिए मतदाता सूचियों में गलतियों को दूर किया जाएगा।
जिला निर्वाचन अधिकारी पंचायत एवं डीसी मंडी ऋग्वेद ठाकुर ने बताया कि इस अभियान के जरिए मतदाता मतदाता पहचान पत्र में गलतियों को दूर कर सकते हैं। इसके अलावा बीएलओ हर घर जाकर अभियान के तहत होने वाली गतिविधियां करेंगे। इस दौरान बीएलओ नए मतदाताओं का डाटा भी जुटाएंगे। उन्होंने बताया कि 15 अक्तूबर के बाद स्पेशल समरी रिवीजन शुरू होगा। स्पेशल समरी रिवीजन में पहली जनवरी 2020 में 18 साल पूरे करने वाले युवाओं को मतदाता सूची में शामिल किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि अभियान के तहत बीएलओ घर-घर पहुंचेंगे। इस दौरान बीएलओ जीआईएस मैपिंग भी करेंगे। जीआईएस मैपिंग के जरिए फेक मतदाताओं का पता लगाया जा सकता है, हालांकि हिमाचल में इस तरह के मामले बेहद कम हैं। एक ही जगह के अधिक मतदाता सूची में होने पर जीआईएस मैपिंग के जरिए सच्चाई का पता लगाया जा सकेगा कि वास्तव में उक्त जगह में इतने मतदाता हैं भी या नहीं।
मतदाता सत्यापन कार्यक्रम के तहत मतदाता सूची में प्रविष्टियों का सत्यापन वोटर हेल्पलाइन ऐप, राष्ट्रीय मतदाता सेवा पोर्टल, लोक मित्र केंद्र, एसडीएम कार्यालय में, दिव्यांग मतदाता हेल्पलाइन 1950 के जरिए कर सकते हैं। मृत व्यक्तियों और स्थान छोड़ चुके लोगों का नाम मतदाता सूची से कटवाया जा सकता है। डीसी मंडी ने सभी से मतदाता सत्यापन कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील की है।