बारिश और बांधों से पानी छोड़े जाने के कारण बाढ़ की चपेट में आए पंजाब के जिलों में हालात अभी सुधरे नहीं थे कि अगले 2 दिन बाद फिर से बाढ़ आने की चेतावनी दी गई है। पंजाब के राजस्व पुनर्वास एवं आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से 9 जिलों के उपायुक्तों को पत्र भेजकर कहा गया है कि अगले 2 दिन बाद पोंग डैम से अतिरिक्त पानी छोड़ा जाएगा, जिसके चलते उन जिलों में एक बार फिर बाढ़ जैसे हालात बन सकते हैं।
आपदा प्रबंधन विभाग की डीएम-1 शाखा द्वारा पठानकोट, गुरदासपुर, अमृतसर, तरनतारन, मोगा, जालंधर, कपूरथला, फरीदकोट और फिरोजपुर जिलों के उपायुक्तों को पत्र भेजे गए हैं। पत्र में कहा गया है कि भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (बीबीएमबी) तलवाड़ा टाउनशिप की ओर से प्राप्त पत्र की प्रति भेजते हुए आपको सूचित किया जाता है कि भारी बारिश के कारण पोंग डैम में टरबाइन के जरिए छोड़े जा रहे 12000 क्यूसेक पानी के अलावा 14000 क्यूसेक पानी स्लिप वे के जरिए अगले 2 दिन में छोड़ा जा रहा है ।
इस पानी को ध्यान में रखते हुए जिला उपायुक्त अपने-अपने जिलों में किसी भी मुश्किल से निपटने के लिए उचित प्रबंध कर लें। उल्लेखनीय है कि बीबीएमबी की ओर से पिछले महीने मानसून की बारिश के दौरान भाखड़ा डैम से पानी छोड़े जाने के कारण राज्य के 9 जिलों के सैकड़ों गांव में बाढ़ आ गई थी। राज्य सरकार इस बाढ़ से अब तक निपट रही है और प्रभावित इलाकों में हालात अब तक सामान्य नहीं हो सके हैं। प्रभावित इलाकों में फसलों मकानों मवेशियों और संपत्ति को भारी नुकसान हुआ है।
पौंग डैम से 26 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा
होशियारपुर की डिप्टी कमिश्नर ईशा कालिया ने मंगलवार को पौंग डैम का दौरा कर पानी के स्तर का जायजा लिया। साथ बीबीएमबी व जिला अधिकारियों के साथ बैठक भी की। उन्होंने कहा बीबीएमबी (भाखड़ा-ब्यास प्रबंधन बोर्ड) की ओर से पौंग डैम से 26 हजार क्यूसेक पानी छोड़ने का फैसला लिया गया है व पानी छोड़ने के साथ जिले में बाढ़ जैसे हालात पैदा नहीं होंगे।
उन्होंने बताया 14 हजार क्यूसेक पानी स्लिप वे के माध्यम से छोड़ा जा रहा है व 12 हजार क्यूसेक पानी टरबाइन के माध्यम से छोड़ा जा रहा है, जो कि बीबीएमबी की ओर से रुटीन में ही छोड़ा जाता है। उन्होंने कहा कि 14 हजार क्यूसेक पानी ब्यास दरिया में छोड़ा जाएगा और 12 हजार मुकेरियां हाईडल में छोड़ा जाएगा।
डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि पानी केवल दिन के समय छोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए सारे प्रबंध पूरे कर लिए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन की ओर से एहतियात अपनाते हुए सेक्टर वाइज टीमें तैनात कर दी गई है, ताकि किसी भी स्थिति से निपटा जा सके।
कालिया ने कहा कि नाजुक गांवों को सेक्टर के हिसाब से बांटा गया है व सेक्टर वाइज तैनात की गई टीमे प्रभावित होने वाले गांवों की निगरानी कर रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन की ओर से सुविधाओं के अलावा राशन, तिरपालें, लाइफ जैकेट, टैंट आदि के प्रबंधों के अलावा फ्लड कंट्रोल रुम भी स्थापित तय कर दिए गए हैं।