सीटू ने हिमाचल किसान सभा के बैनर तले कुल्लू में संयुक्त रैली का आयोजन किया। जिसमें किसान सभा और सीटू के अखिल भारतीय आह्वान पर मजदूरों की मांगों को लेकर पूरे देश में विरोध प्रदर्शन और रैलियों का आयोजन किया जा रहा है। लेबर कोड़ बिल 2019 और कार्यस्थल पर सुरक्षा, स्वास्थ्य और काम की स्थिति संहित विधेयक 2019 और श्रम कानूनों में बदलाव के विरोध में सीटू और किसान सभा ने संयुक्त रूप से सीटू कार्यालय से लेकर जिलाधीश कार्यालय तक रैली निकाली और डीसी कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और अपनी मांगों को लेकर जिलाधीश के माध्यम से केंद्र सरकार को ज्ञापन भेजा।
धरने को संबोधित करते हुए सीटू जिला सचिव राजेश ठाकुर ने कहा कि केंद्र की मौजूदा भाजपा सरकार मजदूरों तथा हासिल किए गए श्रम कानूनों को बदलकर 4 कोड़ में बदलाव चाहती है जिसका पूरे देश में मजदूर विरोध कर रहे हैं।
प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए हिमाचल किसान सभा के राज्य सह सचिव होतम सिंह सौंखला ने कहा कि मनरेगा मजदूरों को वर्ष में 200दिनों का काम और 250 रुपए दिहाड़ी दी जाए। श्रम कल्याण बोर्ड से मिलने वाली सुविधाओं और लाभ आवेदन के बाद दो महीने के अंदर दिए जाए। श्रमिकों को 3000 रुपए मासिक पैंशन दी जाए। मजदूरों को मिलने वाले लाभ श्रम अधिकारी द्वारा बांटे जाऐ। श्रमिक कल्याण बोर्ड में पंजीकरण की प्रक्रिया को सरल किया जाए। धरने को सीटू के जिला अध्यक्ष सरचंद ठाकुर, कोषाध्यक्ष भूप सिंह भंडारी, उपाध्यक्ष चंद तथा सचिव चमन लाल और हिमाचल किसान सभा नगर ब्लाक अनिल कुमार व कुल्लू ब्लॉक सचिव खेम चंद ने भी संबोधित किया।