कॉलेज के दिन उत्साह और उमंग से ओत-प्रोत होते हैं जहां युवाओं को खूब मौज मस्ती करने का अवसर मिलता है। निश्चित तौर पर ये काल जीवन का स्वर्णिम काल होता है और मनुष्य समाज में जब अपनी भूमिका का निर्वहन कर रहा होता है तो बार-बार कॉलेज के दिनों को याद करता है। ये उद्गार वन, परिवहन और युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने जेएलएन राजकीय डिग्री महाविद्यालय हरिपुर में आयोजित चार दिवसीय हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय यूथ फेस्टिवल समूह-एक के समापन अवसर पर व्यक्त किए। यूथ फेस्टिवल में प्रदेश के विभिन्न 71 महाविद्यालयों के 800 से अधिक छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।
गोविंद ठाकुर ने कहा कि बेशक कॉलेज के दिन मौज-मस्ती से भरे होते हैं, लेकिन इसी युवावस्था के दौरान हम अपने भविष्य को भी निर्धारित करते हैं। युवाओं को अपनी ऊर्जा का सकारात्मक ढंग से सदुपयोग करना चाहिए। उन्हें सामाजिक कुरीतियों से लड़ने की क्षमता अपने भीतर उत्पन्न कर दूसरों को भी संमार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि नशीले पदार्थों से युवाओं को दूर रहकर अपने परिजनों और शिक्षकों का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जीवन में नैतिक मूल्यों का होना नितांत आवश्यक है और ये व्यक्ति में संस्कारित लोगों से आते हैं, इसलिये अच्छे लोगों की संगति करनी चाहिए और अपने आप को एक आदर्श नागरिक के तौर पर स्थापित करना चाहिए।
हिमाचल की शान हैं जंगल, प्रत्येक व्यक्ति करे पौधरोपण
वन मंत्री ने कहा कि वन हिमाचल प्रदेश की शान हैं। प्रदेश सरकार राज्य में वन आवरण को 30 प्रतिशत करने की दिशा में कार्य कर रही है। प्रदेश में 27.12 प्रतिशत भूमि पर वर्तमान में वन मौजूद हैं, जबकि वन भूमि 68 प्रतिशत है जिसमें 20 प्रतिशत बर्फ से ढका या अत्यंत शीतल भूभाग है। वन आवरण को बढ़ाने में समाज के प्रत्येक व्यक्ति को योगदान करना चाहिए और प्रत्येक को कम से एक एक पेड़ अपने परिजनों या प्रियजनों के नाम से अवश्य लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारा प्रदेश दुनिया को आक्सीजन देने वाला प्रदेश जाना जाए, लकड़ी उपलब्ध करवाने वाला प्रदेश जाना जाए, दवाईयां और हर्बल वाला प्रदेश जाना जाए, इस दिशा में राज्य सरकार वनों को बढ़ाने का कार्य कर रही है। इस साल पांच दिनों के विशेष पौधरोपण अभियान के दौरान साढ़े 27 लाख पौधों का रोपण प्रदेश में किया गया।
मानवीय चूक से होती हैं 95.6 प्रतिशत सड़क दुर्घटनाएं
गोविंद सिंह ने कहा कि सड़क दुर्घटना अत्यंत दुखदायी होती है जहां अनेकों घर परिवार उजड़ जाते हैं। बहुत सरल से उपायों को हम अपने जीवन में अपनाकर इनसे बच सकते हैं। हैलमेट पहनना, जल्दबाजी में ओवरटेक न करना, तीब्र गति से न चलना और नशे की हालत में वाहन न चलाने जैसी सावधानियों से दुर्घटना कदापि हो ही नहीं सकती। उन्होंने कहा कि 95.6 प्रतिशत सड़क दुर्घटनाएं मानवीय चूक के कारण होती हैं। इनमें 90 प्रतिशत नशे की हालत में होती हैं। इनमें भी 90 प्रतिशत 16 से 35 आयुवर्ग के युवाओं की होती हैं। ये आंकड़ें बहुत परेशान करने वाले और गंभीर हैं।
परिवहन मंत्री ने सभी लोगों से अपील की कि यातायात के नियमों का कडाई से पालन करें और अपने बच्चों को बिना लाईसेंस, हैलमेट के वाहन न सौंपे। यातायात नियमों में सख्ती बहुमूल्य जिंदगियों को बचाने के लिए की गई है और सभी को इसका सम्मान और पालना करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर इस संबंध में फैलाई जा रही भ्रांतियों से बचे और अपनी व परिवार की सुरक्षा के लिए नियमों को मानें।
सभी बनें फिट इंडिया मूवमैंट का हिस्सा
युवा सेवाएं एंव खेल मंत्री ने फिट इण्डिया मूवमैंट का हिस्सा बनने के लिए लोगों से अपील की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नारे फिट है तो हिट है, को जहन में रखकर नित्य प्रति व्यायाम करें, कोई न कोई खेल खेलें अथवा शारीरिक श्रम करें। इससे व्यक्ति अनेक बीमारियों से बच सकता है और चुस्ती फुर्ती के साथ लंबा जीवन जी सकता है। इसके पश्चात वन मंत्री ने युवा उत्सव के दौरान आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार भी वितरित किए। कॉलेज की छात्र-छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।