परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि बड़े पैमाने पर जनामानस में जागरूकता उत्पन्न कर हिमाचल प्रदेश को चालान मुक्त राज्य बनाएंगे। इसके लिए सभी लगों के सहयोग की अवश्यकता है। उन्होंने कहा कि वाहन चलाते समय गति सीमा पर ध्यान रखें, सीट बैल्ट पहनें, सभी दस्तावेज साथ रखें, दो पहिया चालक हैल्मेट पहनें, गल्त ओवरटेक न करें और सबसे बड़ी बात बिना लाईसेंस के और नशे की हालत में वाहन न चलाएं। यही छोटी-छोटी सावधानियां हैं जो सड़क दुर्घटनाओं को रोक सकती हैं और आप चालान से बच सकते हैं। यह बात परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला ढालपुर में सड़क सुरक्षा अभियान के तहत आयोजित चित्रांकन व नारा लेखन प्रतियोगिता के समापन अवसर पर कही।
परिवहन मंत्री ने कहा कि प्रदेश में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में बड़ा जानी नुकसान होता है। 96.4 फीसदी दुर्घटनाएं मानवीय भूल से होती हैं और केवल 4.50 प्रतिशत दुर्घटनाएं तकनीकी खराबी अथवा सड़क की खराबी के कारण होती हैं। 90 प्रतिशत दुर्घटनाओं में युवा होते हैं और 90 फीसदी नशे की हालत में होती हैं। उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा अधिनियम बहुमूल्य जिंदगियां को बचाने के लिए लाया गया है। प्रत्येक व्यक्ति को यातायात नियमों का पालन करना होगा और अपना सहयोग देना होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश को चालान मुक्त प्रदेश बनाने की कवायद है और इसके लिए एक-एक व्यक्ति का सहयोग अपेक्षित है। उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि बहुमूल्य जीवन बचाने के लिए अपने बच्चों को वाहन देते समय सभी सावधानियों को अच्छे से सुनिश्चित कर लें।