जूनियर ऑफिस असिस्टेंट पोस्ट कोड-556 की बहुचर्चित भर्ती को हाल ही में माननीय उच्च न्यायालय द्वारा सुलझा दिया गया है। याद रहे कि पोस्ट कोड-556 में 1156 पदों की विज्ञप्ति चयन आयोग हमीरपुर द्वारा अक्तूबर 2016 को निकाली गई थी और इसमे प्रदेश के हजारों युवाओं ने आवेदन किया था।
ग़ौरतलब है कि चयन आयोग द्वारा ली गयी टाइपिंग टेस्ट की परीक्षा में 4024 के करीब अभियार्थीयों ने उक्त परीक्षा को उतीर्ण किया था जिसमें 1/3 अनुपात के हिसाब से लगभग 3400 उम्मीदवारों को दस्तावेज निरीक्षण के लिए बुलाया गया। शेष 600 उतीर्ण उम्मीदवार 1/3 के हिसाब से दस्तावेज निरीक्षण के चरण से वंचित रह गए थे।
पोस्ट कोड 556 के लिए भर्ती एवं पदोन्नति और विज्ञप्ति में प्रकाशित सूचना के अनुसार मान्यता प्राप्त संस्थान से कंप्यूटर क्षेत्र में 1 वर्षीय डिप्लोमा होना जरूरी था ।उम्मीदवारों का कहना है कि भर्ती नियमों के अनुसार उनके पास एक वर्षीय कंप्यूटर का मान्य डिप्लोमा है। जैसा कि आपको विदित है कि माननीय चयन आयोग द्वारा 23 फरवरी 2019 को परिणाम घोषित किया गया जिसके अनुसार 1156 पदों में से सिर्फ़ 596 पदों पर ही क़ाबिल अभ्यर्थी मिल पाए हैं और अधिकतर पद रिक्त रह गए हैं।
अभ्यर्थियों के अनुसार वे भर्ती प्रकिया के सभी नियमों को पूरा करते हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि उन्होंने राज्य सरकार को भी इसके सन्दर्भ में मांग पत्र दिया है जिसमें 560 रिक्त बचे पदों के लिए टंकण में सफल अभ्यर्थियों को दस्तावेज निरीक्षण में अवसर देने की गुहार लगाई है।
उम्मीदवारों का आरोप है कि पिछली भर्ती पोस्ट कोड 447 में साक्षात्कार चरण में 1/3 उम्मीदवार न मिलने से दोबारा टंकण परीक्षा के लिए अभ्यर्थियों को बुलाया गया था ताकि 1/3 अनुपात में योग्य अभ्यर्थी मिल सकें। अभ्यर्थियों की मांग है कि पोस्ट कोड 556 में 560 रिक्त बचे पदों के लिए लगभग 600 टंकण उतीर्ण अभ्यर्थियों को दस्तावेज निरीक्षण का मौका दिया जाए ताकि वे भी बेरोजगारी के दंश से बाहर निकल सके।