कहते हैं कि खंडहर बयां करते हैं कि ईमारत कितनी बुलंद रही होगी। यही बात कांगड़ा के टंडन क्लब पर लागू होती है। आजादी से पहले की बौधिकता और शान-ओ-शौकत का प्रतीक टंडन क्लब काफी समय से जिर्णोद्धार की बाट खोज रहा था। काफी दशक से इस क्लब का नूर खो चुका था।
लेकिन, परिवहन मंत्री जीएस बाली और कांगड़ा के एसडीएम की मेहनत ने इस क्लब का खोया हुआ रूतबा वापस लाने का काम किया है। क्लब को नए सिरे से आज की जरूरतों से लैस बनाया जा रहा है। सोमवार को तकनीकी शिक्षा एवं परिवहन मंत्री जीएस बाली ने कांगड़ा एसडीएम के साथ मिलकर इसका उद्घाटन किया।
35 लाख की लागत से जीर्णोद्धार
क्लब को ईलीट पैनल के क्लबों में शामिल करने के लिए इस पर जीएस बाली की तरफ से 35 लाख रुपये की मदद मुहैया कराई गई है। इस क्लब में ओपन जिम, वीमन रूम, लग्जरी 'बार', बैटमिंटन कोर्ट, लाइब्रेरी और डिस्कशन रूम बहनकर तैयार हो रहा है। उद्घाटन के मौके पर वरिष्ठ मंत्री जीएस बाली ने कहा कि वे स्वयं बचपन से इस क्लब को देखते रहे हैं। क्लब अपने जमाने में काफी बौधिक हैसियत रखता था। अब लक्ष्य यही है कि एक बार फिर इसकी बौधिकता परवान चढ़े।
जीएस बाली ने बताया कि कांगड़ा, शाहपुर,नगरोटा समेत इस पूरे इलाके में एक भी ढंग की जगह नहीं थी, जहां लोग एक साथ बैठें और समय गुजारा करें। लेकिन, अब टंडन क्लब के नए स्वरूप की वजह से क्षेत्र के लोगों को काफी लाभ मिलेगा। उन्होंने गुजारिश करते हुए कहा कि क्लब की एक गरीमा होती है और इसका ख्याल भी मेंमरान को रखना होगा।
क्लब की विरासत से छेड़छाड़ नहीं
कांगड़ा के एसडीएम धर्मेश रमोत्रा ने बताया कि टंडन क्लब एक धरोहर है और उसको सहेजकर रखना सोसाइटी की जिम्मेदारी है। उन्होंने बताया कि क्लब कि पुरानी विरासत को भी इसके हॉल में जगह दी गई है। यह ऐसा इसलिए किया गया है ताकि लोग यहां रिलैक्स होने और सोशल गैदरिंग के साथ-साथ इसके इतिहास से भी जुड़े रहें।
क्लब का होगा अपना संविधान
क्लब को विशेष दर्जे में शामिल करने के लिए नियम-कायदों से संपन्न एक संविधान भी ड्राफ्ट किया जा रहा है। इसके तमाम उसूलों को सभी मेंबरान फॉलो करेंगे। इसकी एक राशि सुनिश्चित की जाएगी। जिसके बाद व्यक्ति-विशेष को परखते हुए उसे मेंबरशिप दी जाएगी। अगज कोई मेंबर क्लब के नियमों को उल्लंघन करेगा तो उसकी सदस्यता समाप्त कर दी जाएगी।
कांगड़ा के एसडीएम धर्मेश रमोत्रा ने बताया कि क्लब सही ढंग से संचालित हो इसके लिए एक पैमान भी सेट करना जरूरी है। ताकी इसकी गरीमा बनी रहे। क्योंकि, इसमें कपल, बच्चे और बुजुर्ग एक साथ शिरकत करेंगे। ऐसे में इस बात का विशेष ख्याल रखा जाएगा।