मंत्रियों की नहीं, कार्यकर्ताओं की है प्रदेश में सरकार। अगर मंत्री कार्यकर्ताओं की अनदेखी या बात न सुने तो व्यक्ति सीधा मेरे फोन पर सम्पर्क कर सकता है। ये बात बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सती ने जोगिंद्रनगर मंडल के कार्यकर्ताओं से उस वक्त कही जब मंडल के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने अपनी 'अनदेखी' का रोना उनके सामने रोया। मंडल के पदाधिकारियों ने शिकायत में कहा कि आज उनके साथ अपने ही घर में गैरों जैसा व्यवहार होता है। हर विभाग में उनकी बातों को अनसुना किया जाता है। जब ऐसी बातें सतपाल सत्ती के सामने आईं तो उन्होंने भी गंभीरता दिखाते हुए शिकायतों को सुना।
मंडल के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने कहा कि वे मानते हैं कि आज जोगिंद्रनगर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा का प्रत्याशी हार गया है और एक आजाद उम्मीदवार जीता है। लेकिन प्रदेश में तो बीजेपी की सरकार सत्तासीन है उसके बावजूद उनकी व उनके 'नेता' की बातों को अनसुना किया जाता है जिसका उनके दिल में रोष है। वहीं उन्होंने कहा कि ये सब शिकायतें उन्होंने प्रदेश मुख्यमंत्री से भी की हैं लेकिन उचित कदम न उठना पार्टी के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
वहीं, एक कार्यकर्ता ने 'पैसे वालों के काम होते हैं तो…..' इतना ही कहा था कि प्रदेश अध्यक्ष जरा 'गर्म' हो गये और ऐसी फेक बातों को न कहने को कहा। तभी कार्यकर्ताओं ने एक मंत्री की विधानसभा में बहुत अधिक नुक्ताचीनी करने की भी प्रदेशाध्यक्ष से शिकायत की है। मंडल के पदाधिकारियों ने शिकायत की कि उनके 'नेता' के डीओ नोट भी नहीं चलने दिये जाते हैं। वहीं शहरी अध्यक्ष ने तो यहां तक कह दिया कि अनदेखी का मलाल ये है कि उन्हें और अन्य पदाधिकारियों को पार्टी के मंत्रियों या अन्य गणमान्यों को आने का पता अगले दिन अखबारों से चलता है। प्रेदशाध्यक्ष से शिकायत करते हुए मंडल के पदाधिकारियों ने कहा कि आज विधानसभा में ऐसे-ऐसे अधिकारी-कर्मचारी कार्यरत हैं जिन्होंने चुनावों में कांग्रेस का खुलेआम काम किया है। इन सब शिकायतों को प्रदेशाध्यक्ष ने गंभीरता से सुना तथा उचित कदम उठाने का आश्वासन दिया।