विश्व विख्यात शक्तिपीठ नैना देवी में पंजाब के धुरी शहर के श्रद्धालुओं की एक अदभुत यात्रा देखने को मिली। पंजाब के धुरी से श्रद्धालुओं का एक जत्था लगभग 180 किलोमीटर का सफर पेट के बल पूरा करके 3 दिन के बाद मंदिर पहुंचा हालांकि यह श्रद्धालु हर साल श्राद्ध पक्ष में दंडवत यात्रा करते हुए माता नैना देवी के दरबार में पहुंचते हैं। इन श्रद्धालुओं का कहना है कि यह यात्रा पंडित सोहन लाल की प्रेरणा के द्वारा हर साल की जाती है जिसमें वृद्ध, युवा और बच्चे हर तरह के श्रद्धालु शामिल हैं।
इस यात्रा के दौरान यात्रियों का कहना था कि यह उनकी 20वीं यात्रा है और पंजाब के धुरी से हर साल 186 किलोमीटर का सफर पेट के बल तय कर वह माता नैना देवी के दरबार में पहुंचते हैं। कुछ श्रद्धालुओं के पैरों में छाले पड़ गए और पैरों पर पट्टियां बंधी थी फिर भी श्रद्धालुओं के माथे पर थकान की कोई भी लकीर नज़र नहीं आई। हर साल पितर पक्ष में यह यात्रा करते हैं ताकि माता रानी की कृपा उन पर बनी रहे और उनके पितर भी प्रसन्न हो। उनका कहना है कि माता रानी ही इस तरह की कठिन यात्राएं करने की प्रेरणा देती है और आगे भी यात्रा जारी रहेगी।