मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज यहां कार्यरत और सेवानिवृत पुलिस कर्मचारियों को सुविधा प्रदान करने के लिए पुलिस मुख्यालय शिमला में केन्द्रीय पुलिस कैन्टीन का शुभारम्भ किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कैन्टीन के माध्यम से 17000 कार्यरत पुलिस कर्मचारियों और 20000 सेवानिवृत पुलिस कर्मियों के परिवारों को गुणवत्तायुक्त सामान उपलब्ध होगा।
इस कैन्टीन के माध्यम से न केवल पुलिस कर्मियों के परिवारों को उत्पादों पर छूट प्राप्त होगी बल्कि उन्हें एक स्थान पर दैनिक उपयोग की सभी वस्तुऐं प्राप्त हो सकेंगी। उन्होंने पुलिस विभाग से ग्रामीण क्षेत्रों में भी इस तरह की सेवा को आरम्भ करने की संभावनाओं को खोजने के निर्देश दिए ताकि इन क्षेत्रों में सेवाएं दे रहे कर्मियों को भी लाभ प्रदान किया जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में सेवाएं दे रहे पुलिस कर्मियों को मोबाईल कैन्टीन की सुविधा प्रदान करने के लिए राज्य सरकार तीन फोर्स ट्रैवलर वाहन उपलब्ध करवाएगी। उन्होंने कहा कि सोलन, ऊना, बिलासपुर और मण्डी पुलिस लाईनों में उपलब्ध भूमि के कुछ भाग पर इण्डियन ऑयल कॉरर्पोरेशन के रिटेल आऊटलेट को स्थापित करने की स्वीकृति प्रदान की जाएगी। इन पैट्रोल पम्पों से अर्जित लाभ को पुलिस कर्मियों के मेधावी बच्चों को छात्रवृति प्रदान करने पर खर्च किया जाएगा।
पुलिस महानिदेशक एस.आर. मरडी ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री तथा अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि राज्य के सभी जिलों में लगभग 18 कैन्टीनें चलाई जा रही हैं और शीघ्र ही दो अन्य कैन्टीनें खोली जाएंगी। उन्होंने कहा कि अब तक इन कैन्टीनों के माध्यम से 8 करोड़ रुपये की राशि के सामान की बिक्री की गई है।