कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और हिमाचल प्रदेश के राज्यसभा सांसद आनंद शर्मा ने प्रधानमंत्री मोदी को सभी नीतियों को जन-विरोधी करार दिया है। शिमला में मीडिया को संबोधित करते हुए आनंद शर्मा ने कहा कि इस बार दीवाली उत्साह जनक नहीं है और जनता से इस उत्साह को छिनने वाला और कोई नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री मोदी तथा उनकी सरकार है।
सांसद ने कहा कि पीएम मोदी के गलत फैसलों ने भारत की आर्थिक की रीढ़ तोड़ दी है। देश के 2 करोड़ युवाओं से लेकर हर किसी के साथ और हर किसी चीज़ में धोखा किया गया है। प्रधानमंत्री मोदी अपने हर वायदे में असफल रहे हैं और उनकी बाते केवल खोखली साबित हुई है। काला धन बाहर निकालने के लिए लोग दो-दो महीने तक लाइनों में खड़े रहे, लेकिन ना तो काला धन निकला और ना ही आतंकवाद की फंडिग पर रोक लगी। मोदी ने काले धन के झूठे वायदे कर मनी लॉन्ड्रिंग का अब तक से सबसे बड़ा घोटाला किया है, जिसकी जांच होनी चाहिए।
जीएसटी से बिगड़ी देश की आर्थिकी
आनंद शर्मा ने कहा कि जल्दबाज़ी में जीएसटी लागू करने से देश की आर्थिक स्थिति एक दम जमीन पर आ गिरी है। कांग्रेस अपने राज में 18 प्रतिशत पर जीएसटी ला रही थी, लेकिन मोदी सरकार ने जबरदस्ती इसे लोगों पर थोप दिया। इससे छोटे व्यापारियों को काफी दिक्कतों को सामना करना पड़ रहा है और देश के विकास को दर को भी इसकी भरपाई करने पड़ रही है।
'द वायर' की रिपोर्ट पर केंद्र को घेरा
द वायर की रिपोर्ट का हवाला देते हुए सांसद ने कहा कि मोदी सरकार ने देश के विकास मॉडल को छोड़कर बिज़नेस मॉडल शुरू किया है। अमित शाह के बेटे जय शाह की संपत्ति कैसे करोड़ों में पहुंच गई। करोड़ों का लोन कैसे मिल गया और उसके बाद घाटा कैसे दर्शा दिया गया। इसका सीधा मतलब है कि विकास देश का नहीं बल्कि शाह परिवार का हुआ।