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अपने हार से वाक़िफ थे कांग्रेस नेता, इसलिए नहीं लड़ा चुनाव: सतपाल सत्ती

नवनीत बत्ता |

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सत्ती ने कांग्रेस के पूर्व मंत्री के टिकट से पीछे हटने पर खुलासा किया है। सत्ती ने कहा कि उनके नेताओं को पहले ही पता था कि वह उपचुनाव हार जाएंगे और यही कारण है कि उन्होंने टिकट से ही किनारा कर लिया। सती ने कहा कि ये भी कांग्रेस के उन्हीं नेताओं में से एक हैं जो लगातार प्रदेश अध्यक्ष की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहे हैं।

सत्ती ने कहा कि कांग्रेस पार्टी पूरी तरह बिखरी हुई है और खराब स्थिति का सबसे बड़ा उदाहरण नेता का चुनाव नहीं लड़ना है। उन्होंने आज होने वाले नामांकन की जानकारी देते हुए कहा कि हम सभी लोग धर्मशाला में जाएंगे। लगातार मौसम खराब है लेकिन वे नामांकन करवाने पहुंचे हुए हैं और युवाओं में भारी जोश विशाल के टिकट से बना है। वहीं दूसरी तरफ पच्छाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर नामांकन करवाने जा रहे हैं और अगर मौसम साफ हुआ तो वह धर्मशाला भी जरूर आएंगे।

जाति समुदाय या स्थानीय व्यक्ति को टिकट देने पर सत्ती ने कहा कि भाजपा में जातीय समीकरण के अनुसार टिकट नहीं दिए जाते हैं। विशेष रूप से इस बार स्पष्ट आदेश हाईकमान से हुए थे कि जो सांसद जीते हुए हैं उनके रिश्तेदारों को भी टिकट नहीं देना है। ऐसे में नए चेहरों को मौका मिला है और यह बड़ी खुशी की बात है कि भाजपा ने दोनों ही युवा चेहरे चुनावी मैदान में उतारे हैं।

वहीं, 1998 से लेकर 2017 के बाद पहली बार ऐसा होगा कि पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल की उपस्थिति नहीं रहेगी और इसके साथ ही धर्मशाला में होने वाले विशाल के नामांकन में किशन कपूर के आने पर भी संशय बना हुआ है। शांता कुमार जरूर धर्मशाला नामांकन के लिए आ रहे हैं और पच्छाद में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर नामांकन के लिए जा रहे हैं।