प्रदेश के सैंकड़ो जलरक्षकों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शिमला के टूटीकंडी में आईपीएच दफ्तर के बाहर हिमाचल प्रदेश जलरक्षक संघ ने जबरदस्त धरना प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जलरक्षक संघ के राज्य उपाध्यक्ष शिव कुमार ने कहा कि 2017 में जलरक्षकों को नियमित करने को लेकर सरकार ने आरएंडपी के नियमों के अनुसार पॉलिसी बनाई थी। लेकिन आज तक उसे लागू नहीं किया गया है जिससे जलरक्षकों का भविष्य खतरे में है।
उन्होंने कहा कि 2017 में बनाई गई पॉलिसी के आधार पर 12 साल बाद जलरक्षक नियमित होने थे लेकिन सरकार ने अभी किसी को भी नियमित नहीं किया है। जलरक्षकों को बहुत कम वेतन मिल रहा है जिससे जलरक्षकों को परिवार का भरण पोषण करने में दिक्कत आ रही है। उन्होंने कहा कि जलरक्षक संघ ने सरकार को पॉलिसी लागू करने के लिए 13 सितंबर तक का समय दिया था। लेकिन विभाग ने इस पर कोई कदम नहीं उठाया जिसके चलते अब शिमला आईपीएच इएनसी के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया है। वहीं, इएनसी ने 15 दिन के अंदर पॉलिसी बनाने का आश्वासन दिया है । संघ ने जलरक्षकों को पंचायती राज से हटा कर आईपीएच विभाग के तहत लाने की भी मांग की है।
जलरक्षक संघ के उपाध्यक्ष शिव कुमार ने कहा कि इससे पहले धर्मशाला में भी जलरक्षक संघ अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर चुके हैं। संघ ने सरकार को चेताया है कि अगर अब भी मांगो को पूरा नहीं किया गया तो भविष्य में संघ आमरण अनशन करने पर मजबूर होगा।