जिला बिलासपुर में छः डेंगू के मामले सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने जिलाधीश राजेश्वर ठाकुर की अगुवाई में विशेष 6 निरीक्षण टीमों का गठन किया। इस बारे में जिला बिलासपुर के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. प्रकाश चंद धड़ोच ने जानकारी देते हुए बताया कि बिलासपुर शहर में विशेष निरीक्षण टीम ने छपेमारी के दौरान डेंगू का लारवा मिलने पर पांच मकान मालिकों को आर्थिक तौर पर एपेडेमिक डिजीज एक्ट के तहत पांच -पांच सौ रूपए का जुर्माना किया है ।
उन्होंने बताया कि ऐपेडेमिक डिजीज एक्ट के अधीन नियमानुसार पांच सौ रूपए से लेकर पांच हजार तक आर्थिक रूप से जुर्माना डाला जा सकता है। वहीं, दूसरी ओर उन्होंने यह भी बताया कि जिला बिलासपुर में स्क्रब टायफस के मरीजों का आंकड़ा 270 तक पहुंच चुका है। डॉ. प्रकाश ने यह भी दावा कि पिछले साल की अपेक्षा इस बार डेंगू और स्क्रब टायफस पर स्वास्थ्य विभाग ने नियंत्रण पाया है। जो स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के कड़ी मेहनत और आम जनता के द्वारा प्रदान सहयोग का फल है।
पिछले साल जिला बिलासपुर में डेंगू से पीड़ित मरीजों का आंकड़ा प्रदेश भर में सर्वाधिक दो हजार से पार हुआ था जबकि इस साल डेंगू के मात्र छः ही मामले प्रकाश में आए हैं। इसके अलावा जिला बिलासपुर में स्क्रब टायफस से पीड़ित रोगियों का आंकड़ा 290 तक पहुंचा था जोकि वर्तमान समय में 270 तक ही सीमित है। उन्होंने आम जनता से आग्रह किया है कि ड़ेंगू और आर्थिक तौर पर जुर्माने से बचने के प्रति अपने घरों में सफाई स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें। स्क्रब टायफस से बचने के प्रति पिसुओं और खटमलों की चपेट में आने से अपने आप को सुरक्षित रखें।