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केंद्र सरकार पर बरसे राज्यसभा उपनेता आनंद शर्मा, PM को बताया असंवेदनशील

पी. चंद, शिमला |

राज्यसभा उपनेता आनंद शर्मा ने कहा कि देश में आजादी के बाद सबसे ज्यादा बेरोजगारी बढ़ी और आज हिंदुस्तान की साख गिर गई है। देश के आर्थिक हालात बेहद खराब चल रहे हैं। देश में इस वक्त एक ऐसी सरकार है जिसके पास न तो कोई नीति है और न ही देश को आगे ले जाने के लिए कोई विज़न है। लोकसभा चुनावों से पहले पुलवामा और बालाकोट के बाद देश के असली मुद्दे दब गए हैं और जानबूझकर बीजेपी ने राष्ट्रवाद का मुद्दा चलाकर देश के लोगों को गुमराह किया और लोगों से वोट लिये। सरकार में मंत्रियों के पास अधिकार नहीं है।

उन्होंने कहा कि मनमोहन की सरकार में देश की जीडीपी 480 बिलियन डॉलर के आसपास थी। दुनिया के अंदर जब पहली औद्योगिक क्रांति उस समय भारत ने दुनिया में सबसे तेजी से जीडीपी को 4 गुणा वृद्धि दर्ज की थी। उन्होंने कहा कि इस बार देश का सबसे महंगा लोकसभा चुनाव हुआ है। इस चुनाव में 70 हजार करोड़ रुपये खर्चे गए हैं जिसमें 60 हजार करोड़ रुपये बीजेपी ने खर्च किए हैं।

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आनंद शर्मा ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर सहानुभूति जताते हुए कहा कि वित्त मंत्री को इकनॉमी की जानकारी नहीं है। बेरोजगारी दर 20 और 22 % है जो कांग्रेस की सरकार के समय मे 8 %फीसदी थी। भारत के रुपये की कीमत डॉलर के मुकाबले में दुनिया भर में पहली बार सबसे ज्यादा गिरा है। जीएसटी के गलत इम्पलीमेंट की वजह से कारोबार बंद हो गए। ऑटोमोबाइल सेक्टर में लाखों लोगों के रोजगार चले गए। 25 % टेक्सटाइल मिल बंद हो गयी है कंपनियों ने डूबने से बचाने की अपील की है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमरीका में जाकर कहते हैं कि भारत के आर्थिक हालात बहुत अच्छे हैं इससे जाहिर होता है कि कितने देश के प्रधानमंत्री संवेदनहीन है । 8 नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री मोदी ने नोटबन्दी का गलत फैसला लेकर देश की अर्थव्यवस्था पर बड़ा प्रहार किया था।कृषि के भी हालत दयनीय है किसान तली मिर्च के साथ रोटी खा रहे हैं हर रोज किसान आत्महत्या की घटनाएं बढ़ रही है।जीएसटी 18% से ज्यादा नहीं होना चाहिए था आज भी कांग्रेस यही बात कर रही है। रोजमर्रा की चीजों में टैक्स नहीं होना चाहिए।

लोगों का 1 लाख 76 हजार करोड़ रुपया सरकार ने रिजर्व बैंक से छीना है जो देश में विपदा के समय इस्तेमाल होना था। अब अगर देश पर कोई संकट आएगा तो देश का क्या होगा। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने देश की हर संस्था को कमजोर करने का काम किया है। बीजेपी आज अहंकार में है उनको सोचना चाहिए और सोच समझ कर निर्णय लिया लेना चाहिए। देश की जनता ज्यादा वक्त तक इसे सहन नहीं करेगी। कभी किसी देश के प्रधानमंत्री ने दूसरे देश में जाकर चुनावों में प्रचार किया हो। सभी को मनमुटाव भूल कर एकजुट होकर केंद्र की सरकार के खिलाफ आगे होना होगा।