देश की पहली कॉरपोरेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस पटरी पर दौड़ने लगी है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। इस दौरान सीएम योगी ने दूसरे शहरों को भी इस तरह की पहल से जोड़ने की बात कही। उन्होंने कहा कि यह देश की पहली कॉरपोरेट ट्रेन है। मैं इसमें यात्रा करने वाले यात्रियों को बधाई देता हूं और आशा करता हूं कि अन्य शहरों को भी जोड़ने के लिए इस तरह की पहल की जाएगी।
तेजस एक्सप्रेस निजी कंपनी के जरिए संचालित पहली ट्रेन है। यह ट्रेन नई दिल्ली से शाम 3:35 बजे चलेगी और रात 10:05 बजे लखनऊ पहुंचेगी। ये ट्रेन हफ्ते में छह दिन चलाई जाएगी। 82502/82501 तेजस एक्सप्रेस मंगलवार को छोड़कर हफ्ते के छह दिन नई दिल्ली और लखनऊ के बीच सफर तय करेगी।
देरी होने पर मिलेगा मुआवजा
रेल यात्रियों को आकर्षित करने के लिए बीमा के साथ-साथ ट्रेन अगर देर होती है तो इसकी भरपाई के लिए मुआवजा देने का प्रावधान किया गया है। ट्रेन में अगर 1 घंटे की देरी होती है तो यात्री को 100 रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। वहीं, 2 घंटे से ज्यादा की देरी होती है तो प्रत्येक यात्री को 250 रुपये दिए जाएंगे । तेजस एक्सप्रेस लखनऊ से दिल्ली के बीच चलेगी। रेलवे बोर्ड अन्य मार्गों पर भी ऐसी ट्रेन चलाने पर विचार कर रहा है। तेजस ट्रेन की निगरानी इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (आईआरसीटीसी) के जिम्मे है। तेजस में यात्रियों को प्रीमियम सेवाएं और सुविधाएं दी जाएंगी।
ट्रेन में विमान की तरह व्यक्तिगत एलसीडी एंटरटेनमेंट-कम-इंफोर्मेशन स्क्रीन, ऑन बोर्ड वाई-फाई सेवा, आरामदायक सीटें, मोबाइल चार्जिंग, व्यक्तिगत रीडिंग लाइट्स, मोड्यूलर बायो-टॉयलेट और सेंसर टेप फिटिंग की सुविधाएं होंगी। बता दें कि लखनऊ-दिल्ली मार्ग पर फिलहाल स्वर्ण शताब्दी समेत 53 ट्रेनें संचालित हैं।
लखनऊ-दिल्ली तेजस एक्सप्रेस के बाद जल्द ही अहमदाबाद से मुंबई के लिए चलने वाली तेजस एक्सप्रेस शुरू की जा सकती है। इसमें कुल 758 यात्री सफर कर सकेंगे। इस ट्रेन में एक एक्जिक्यूटिव क्लास वातानुकूलित चेयर कार होंगी, जिसमें 56 सीटें होंगी और 9 वातानुकूलित चेयर कार होंगी, जिनमें प्रत्येक में 78 सीटें होंगी।