मनाली की निकटवर्ती ग्राम पंचायत शलीण के गांव पारशा का अदभुत झरना अब देश विदेश के पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनेगा। वन, परिवहन, युवा सेवाएं और खेल मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर के निर्देशानुसार वन विभाग ने इसे नई खूबसूरत ईको टूरिजम साइट के रूप में विकसित किया है। गोविंद सिंह ने शनिवार को गांव पारशा से उक्त झरने तक बने लगभग 750 मीटर मार्ग और झरने के आसपास पुलिया व अन्य सौंदर्यीकरण कार्यों का उदघाटन किया।
इसके बाद पारशा में जनसभा को संबोधित करते हुए गोविंद सिंह ने कहा कि अब देश-विदेश के पर्यटक गांव के झरने की ओर खिंचे चले आएंगे।उन्होंने बताया कि वन विभाग ने लगभग 22 लाख रुपये की लागत से इस झरने को एक नई इको टूरिज्म साइट के रूप में विकसित किया है। आने वाले दिनों में यहां विभिन्न सुविधाओं के विस्तार के लिए पर्याप्त धनराशि का प्रावधान किया जाएगा।
वन मंत्री ने बताया कि बरौड़-शलीण-पारशा सड़क के लिए चार करोड़ का बजट मंजूर किया गया है। उन्होंने गांव वासियों से आग्रह किया कि वे सड़क को चौड़ा करने और पार्किंग के लिए पर्याप्त जमीन उपलब्ध करवाएं। जमीन उपलब्ध होने पर पारशा में पार्किंग और जंजघर का निर्माण किया जाएगा। जंजघर के लिए पांच लाख रुपए, क्षेत्र के चार महिला मंडलों को दस-दस हजार रुपए और युवक मंडलों को खेलों का सामान देने की घोषणा भी की।
उन्होंने कहा कि आम लोगों की भागीदारी के बगैर सरकार का कोई भी कार्यक्रम या योजना कामयाब नहीं हो सकती है। वनों के संरक्षण में भी आम जन की भागीदारी अत्यंत आवश्यक है। वनों को आग और अवैध कटान से बचाने तथा अधिक से अधिक पौधारोपण के लिए आम लोगों को आगे आना चाहिए। गोविंद सिंह ने सड़क दुघर्टनाओं को रोकने के लिए यातायात नियमों का पालन करने की अपील भी की। उन्होंने कहा कि वाहन चलाते समय अगर हम सावधानी बरतें और यातायात के नियमों का पालन करें तो 95 प्रतिशत सड़क दुघर्टनाएं रुक सकती हैं।
इस अवसर पर पंचायत उप प्रधान लच्छी राम ने वन मंत्री का स्वागत किया और क्षेत्र की मांगें मंत्री के समक्ष रखीं।