नेशनल हाईवे-707 पर भूस्खलन होने से सड़क का बड़ा हिस्सा पूरी तरह धंसने से लोगों पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है। देर रात बारिश होने से नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है। लोगों को अपना जान जोखिम में डालकर जेसीबी पर बिठाकर नदी पार करवाई जा रही है। प्रशासन के जुगाड़ू काम से लोग ना खुश हैं। पांवटा से शिलाई, चौपाल, हरिपुरधार, रोहरु और उत्तराखंड की आवाजाही 10 से 15 दिनों के लिए बंद रहेगी।
बता दें कि नेशनल हाईवे-707 पर रविवार सुबह भूस्खलन होने से सड़क का बड़ा हिस्सा पूरी तरह धंस गया। भूस्खलन होने से सड़क पर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई थी, हालांकि बाद में एक तरफ से वाहनों की आवाजाही शुरु हो गई थी। हादसा पांवटा-शिलाई-गुम्मा नेशनल हाईवे 707 पर सतौन के पास पेश आया है। भूस्खलन होने से सतौन के पास 200 मीटर का हिस्सा नेशनल हाईवे से दर्जनों फीट की गहराई तक कट चुका है।