धर्मशाला उपचुनावों में भाजपा संगठन के बिखराव को कांग्रेस पूरी तरह से भुनाने में जुट चुकी है। दरअसल धर्मशाला में सांसद किशन कपूर, पूर्व सांसद शांता कुमार, भाजपा के कदावर नेता रविंद्र सिंह रवि समेत वो तमाम दावेदार जो टिकट के लिए मारामारी कर रहे थे आज वो कहीं न कहीं अपने नए उम्मीदवार के चुनाव प्रचार से मुंह फेरे हुए है।
ऐसे में कांग्रेस धर्मशाला में अपने तमाम नेताओं को एकजुट कर ये संदेश दे दिया है कि अब वो एकता में बल वाली कहाबत के जरिये धर्मशाला की नैया पार करेंगे। कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप राठौर की माने तो धर्मशाला की जीत के लिए उनका इरादा इसलिए भी मजबूत है कि उन्होंने इस शहर के विकास में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी।
जबकि भाजपा ने सत्ता में आते ही इसके ठीक विपरीत काम करते हुए कांग्रेस कार्याकाल में स्वीकृत बजट का भी विकास कार्यों में यूटिलाइज करने की वजाय उसे लैप्स होने की कगार पर पहुंचा दिया।
नगर-निगम में पारित होने वाले तमाम प्रस्तावों को सरकार पास नहीं होने नहीं देती जिसके चलते अब आम जनता भाजपा की करणी-कथनी को पूरी तरह से समझ चुकी है और यही वजह है कि अब उनका रूझान कांग्रेस के पक्ष में ज्यादा दिखाई दे रहा है।