बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा का 3 दिन का राजनीतिक दौरा आज मंडी की रैली के साथ संपन्न हो गया। लेकिन नड्डा के इस दौरे को राजनीतिक रूप से देखा जाए तो बीजेपी की नई राजनीतिक पारी यहां शुरू होती नजर आ रही है । मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर एक तरफ जहां फुल पावर में नजर आए और उन्होंने राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा का इन 3 दिनों में सिर्फ दशहरे के लिए जब शिमला गए तभी साथ छोड़ा अदर वाइज वह पूरी तरह नड्डा के साथ ही कार्यक्रमों में व्यस्त रहें । इस स्थिति को देखते हुए अब यह कहा जा सकता है कि बीजेपी के एक गुट का या यूं कहें की बीजेपी की एक पीढ़ी को अब पूरी तरह से हिमाचल प्रदेश में विराम मिलता नजर आ रहा है । इसमें ना सिर्फ हम कुछ वरिष्ठ बीजेपी के नेताओं की बात कर रहे हैं बल्कि कुछ ऐसे चेहरों की बात भी कर रहे हैं जो कहीं ना कहीं अब नई बीजेपी में अपने लिए राहें तलाशते नजर आ रहे हैं।
नड्डा के इस दौरे में करीब-करीब बीजेपी का हर वर्ग उनके पास मिलकर गया है और नड्डा और जयराम ठाकुर ने पूरा समय अपने कार्यकर्ताओं को मिलने के लिए दिया। इसी दौरान बदली हुई बीजेपी की राजनीतिक सियासत भी दिखाई थी। अब प्रदेश में जब दो उपचुनाव होने जा रहे हैं और इन दोनों उपचुनावों में अगर जयराम ठाकुर ने अपनी ताकत को साबित कर दिया तो हाईकमान ने जो विश्वास जयराम के ऊपर दिखाया है उस विश्वास पर भी कहीं ना कहीं वह खरा उतरने के अपने दावे को पूरा कर सकते हैं। और इन्वेस्टर मीट के दौरान जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह हिमाचल आएंगे तो एक नया जोश प्रदेश बीजेपी में दिखाई देगा इतना तय है।
लेकिन जो लोग नड्डा के इस दौरे के दौरान खुद को अलग-थलग पा रहे थे उन लोगों को भी अब अपने राजनीति कहीं ना कहीं बदलने पड़ेगी ताकि वह भी बीजेपी के बाकी लोगों की तरह मुख्य धारा में आकर काम कर सकें ऐसा बीजेपी से जुड़े नेताओं का भी मानना है। वहीं, अगर दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों की बात करें तो शांता कुमार ने जहां अपने भाषण में आज स्पष्ट रूप से जयराम ठाकुर को एक सफल मुख्यमंत्री अब तक के कार्यकाल में बताया है। वहीं, उन्होंने नड्डा को भी आगे बढ़ने की बात कही है।
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने भी अपने भाषण में नड्डा की खूब सराहना की थी और उन्होंने भी कहा था कि केंद्र में जगत प्रकाश नड्डा को बहुत बड़ा सम्मान मिला है सबसे बड़ी पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष हैं। ऐसे में अब जब दोनों पूर्व मुख्यमंत्री के साथ उनका पूरा सम्मान कर रहे हैं। और आपस में पुरानी खटास को पूरी तरह एक तरह से भूलते नजर आ रहे हैं। ऐसे में यह माना जा सकता है कि आने वाले समय में हिमाचल में बीजेपी और अधिक संगठित और शिक्षित नजर आएगी।