सोलन जिला के कसौली पहुंची मशहूर फिल्म अभिनेत्री मनीषा कोइराला ने कहा कि कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जुझने के बाद लोग घबरा जाते हैं, लेकिन मेरे अपनों ने मुझे संभाला। हालांकि अन्य लोगों से मैंने दूरी बना ली थी, क्योंकि मेरा वर्तमान ऐसी स्थिति में था, जिसमें में उलझ गई थी, जिन लोगों से मैंने उम्मीद की थी वह लोग सामने ही नहीं आए, हालांकि जिन्हें मैं नहीं जानती थी, उन लोगों ने बहुत सहयोग किया।
उन्होंने बताया कि मुझे हिम्मत देने वाले नए-नए लोग मिलते गए और नए-नए रिश्ते बनते गए। उन्होंने कहा कि परिस्थिति कोई भी हो हमें हमेशा खुश रहना चाहिए। वर्तमान को खुल कर जीना चाहिए, बीमारी को एक्सेप्ट करना चाहिए, उससे डरना नहीं चाहिए। निराशा तो होती है मैं रोती भी थी उदास भी होती थी, लेकिन कीमोथैरेपी मेरे लिए किसी मैजिक था, वह एक ऐसा दौर था जिसने मुझे कैंसर फ्री कर दिया।
कसौली की हसीन वादियों में आयोजित 8 वां खुशवंत सिंह लिटफेस्ट रविवार को संपन्न हो गया। लिटफेस्ट का तीसरा दिन सादगी एवं इमोशनल से भरपूर रहा। प्रथम सत्र की शुरुआत मशहूर फि़ल्म अभिनेत्री मनीषा कोइराला के ए स्टोरी ऑफ ए न्यू लाइफ ऑफ कवरेज एंड होप विषय पर हुई चर्चा ने उपस्थित लोगों को भावुक कर दिया। क्योंकि यह चर्चा उनके कैंसर के दिनों में बिताए एक एक पल पर आधारित थीं। उन्होंने इन पलों को अपने किताब हिल्ड (हॉउ कैंसर गेव मी ए न्यू लाइफ) में अंकित किया है, जिस पर व्यापक चर्चा की गई। एक घंटे तक चली इस चर्चा में उनके साथ साथया सरन मौजूद रहीं।