ऊना अस्पताल के रेडियोलॉजिस्ट विभाग की लापरवाही का एक बड़ा मामला सामने आया है। दरअसल अस्पताल में अल्ट्रासाउंड करवाने पहुंची एक नाबालिग को अल्ट्रासाउंड करने वाले रेडियोलॉजिस्ट ने गर्भवती बता दिया, वहीं जब परिजनों ने निजी अस्पताल में नाबालिग लड़की का अल्ट्रासाउंड करवाया तो ऐसी कोई पुष्टि नहीं हो पाई। रेडियोलॉजिस्ट की लापरवाही से खफा परिजनों ने सीएमओ ऊना को शिकायत सौंपकर जांच की मांग उठाई है।
शिकायतकर्ता युवती ने बताया कि उसकी छोटी बहन जोकि नाबालिग है उसको पेट में दर्द था जिसे लेकर उसने अस्पताल में ही डॉक्टर से चेकअप करवाया। इस दौरान डॉक्टर ने नाबालिग का अल्ट्रासाउंड करवाने को कहा। युवती 24 सितंबर को अपनी नाबालिग बहन को लेकर अस्पताल पहुंची और उसका अल्ट्रासाउंड करवाया। लेकिन जब अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट में नाबालिग लड़की के गर्भवती होने की बात पता चली तो युवती के होश उड़ गए।
युवती ने बताया कि उसके बार बार कहने पर भी रेडियोलॉजिस्ट अपनी बात पर अडिग रहा और एक महिला चिकित्सक ने भी नाबालिगा से इस बारे कई सवाल जवाब किये। जिसके बाद युवती अपनी बहन को घर ले गई और परिजनों को सारी बात बताई। अगले ही दिन परिजनों ने नाबालिग लड़की का निजी अस्पताल में अल्ट्रासाउंड करवाया जिसमें उसके गर्भवती होने जैसी कोई पुष्टि नहीं हुई। नाबालिगा की बहन ने कहा कि जब उसने रेडियोलॉजिस्ट से इस बारे बात की तो रेडियोलॉजिस्ट उस पर ही उखड़ गया और बदतमीजी करने लगा।
शिकायतकर्ता युवती का कहना है कि रेडियोलॉजिस्ट की इस बात को सच मानकर अगर उनकी बहन या परिजन कोई गलत कदम उठा लेते तो इसका जिम्मेवार कौन होता। युवती ने इस बारे सीएमओ ऊना को शिकायत सौंपकर मामले की जांच की मांग उठाई है। वहीं, सीएमओ ऊना ने माना कि इस संदर्भ में शिकायत प्राप्त हुई है और स्वास्थ्य अधीक्षक से इस मामले की जांच करवाई जाएगी। सीएमओ ने कहा कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।