मंगलवार को हमीरपुर सर्किट हाउस में आयोजित प्रेसवार्ता में विधायक नरेंद्र ठाकुर पर क़ानून व्यवस्था, अस्पताल और सड़कों की हालत को लेकर प्रश्नों की ख़ूब बौछार हुई। पत्रकारों के प्रश्नों की बरसात देखकर विधायक को भी अख़िर कहना पड़ा कि ध्यान में आए इन सब मामलों को लेकर वह शीघ्र ही अधिकारियों से मीटिंग करेंगे और उनसे पूछेंगे। एक पुलिस अधिकारी की जनता पर तनी पिस्टल की विडीयो और फ़ोटो पर भी ख़ूब चर्चा हुई। दरअसल मंगलवार को विधायक नरेंद्र ठाकुर ने हर घर में नल से जल योजना के तहत हमीरपुर को मिले 38 करोड़ 30 लाख रुपए बजट को लेकर मीडिया से मुख़ातिब हुए थे। जैसे ही विधायक नरेंद्र ठाकुर ने अपनी बात पूरी की , मीडिया की तरफ़ से क़ानून व्यवस्था, अस्पताल, बस स्टैंड व सड़कों की हालत को लेकर प्रश्न आने शुरू हो गये।
हमीरपुर से नादौन नेशनल हाईवे पर पूछे गये प्रश्न पर नरेंद्र ठाकुर ने कहा कि अधिकतर पैच वर्क पूरा हो गया है। उन्होंने कहा कि सड़कों की हालत सुधारने की सरकार पूरी कोशिश कर रही है। जिला में क़ानून व्यवस्था की हालत को लेकर पूछे प्रश्न पर पहले तो विधायक इसे टालते हुए दिखे लेकिन जब मीडिया ने सामूहिक रूप से एक पुलिस अधिकारी द्वारा जनता पर पिस्टल तानने का मामला ज़ोरशोर से उठाया तो नरेंद्र ठाकुर को कहना पड़ा कि अगर ऐसा है तो इस घटना की जांच करवाई जाएगी । उन्होंने कहा कि अकारण या बेवजह अगर ऐसा हुआ है तो ग़लत बात है। नए बस स्टैंड को लेकर पूछे प्रश्न पर नरेंद्र ठाकुर ने ख़ुलासा किया कि बिना बजट के ही बस स्टैंड का शिलान्यास कर दिया गया था। जब इसे बनाने के प्रयास हुए तो निर्माणाधीन कम्पनी ही भाग गयी। अब पुराने बस स्टैंड को ही बहुमंज़िला बनाने की योजना पर काम हो रहा है।
हमीरपुर मेडिकल कालेज के मुद्दे पर विधायक नरेंद्र ठाकुर ने कहा कि मेडिकल कॉलेज जोल सप्पड़ में ही बनेगा । जब उनसे पूछा गया कि शिलान्यास को दो साल हो गये और हमीरपुर के साथ भेदभाव होने के कारण चौथी निर्माण कम्पनी बदल दी गयी तो उन्होंने कहा कि जब तक नया ढांचा नहीं बन जाता अस्पताल की समस्याओं का कोई इलाज नहीं । फिर भी डाक्टरों की संख्या 16 से बढ़ाकर 160 और नर्सों की संख्या 25 से बढ़कर 100 से अधिक हो गयी है। नरेंद्र ठाकुर ने कहा कि अधिकारियों के बीच तालमेल एवं संवादहीनता की शिकायतें मिली हैं जिसके लिए वह शीघ्र ही अधिकारियों की बैठक लेंगे।