कांग्रेस अपनी फूट को छुपाने के लिए झूठ का सहारा ले रही है। बीजेपी कल शाम कांग्रेस के लोगों द्वारा बिना परमिशन के सर्किट हाऊस में नारेबाजी करने को चुनाव आचार सहिंता का उलंघन मानती है। बीजेपी के खिलाफ कांग्रेस के लोग साजिश कर रहे हैं। कांग्रेस के डर्टी ट्रिक्सडिपार्टमेंट जिसके मुखिया ही हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय में अग्रिम जामनत खारित हो चुकी है अब धर्मशाला चुनाव में लोगोंको भ्रमित करने के लिए एक वीडियो डाल रहे हैं जिसमें मात्र कांग्रेस के लोग ही सरकारी बील्डिंग में नारे लगाते हुए दिख रहे हैं। आखिर कांग्रेस के लोग उस सरकारी बिल्डिंग में कौनसी मीटिंग कर रहे थे। कांग्रेस के लिए आज उल्टा चोर कोतबाल को डांटे बाली कहावत पूरी तरह से फिट बैठती है।
प्रदेश बीजेपी के सह-मीडिया प्रभारी राकेश शर्मा ने कांग्रेस पर चुटकी लेते हुए कहा कि चोर भी चरड़े जबाव भी करड़े वालीनीति पर न चले। बीजेपी पार्टी लोकतांत्रित अदर्शों, पारदर्शिता ओर जनकल्याणकारी मुद्दों पर चुनाव लड़ रही है, लेकिन मुद्दावहीन कांग्रेस वीडियो की राजनीति कर रही है जिसमें अब वो खुद ही घिरती नजर आ रही है। कांग्रेस बताए कि कांग्रेस में फूट की लूट की क्या कहानी है। क्या लोकसभा चुनावों के दौरान यह चुनावी खर्चे के दुरुउपयोग के बारे कांग्रेस के ही एक धड़े ने शिकायत की थी। कांग्रेस की संस्कृति चुनावों में नोटों ओर शराब की की रही है। इसी कारण कांग्रेस को सब हरा ही हरा नजर आ रहा है।