जिला बिलासपुर के घुमारवीं के भदरोग में एक दिल दहलाने का मामला सामने आया है। पति ने पहले अपनी बेटी और बाद में अपनी पत्नी पर तेजधार हथियार से हमला किया फिर आग लगा दी। इसके बाद खुद को भी आग लगा दी। भीषण आग लगने से पति-पत्नी की मौत हो गई है। इस घटना की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस घटना स्थल पर मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए जाएंगे।
पूरा मामला
जानकारी के अनुसार पत्नी के चरित्र पर शक के चलते घुमारवीं उपमंडल के भदरोग गांव में घटित हुए दिल-दहला देने वाले हत्याकांड में मृतक आरोपी रामकृष्ण ने पहले अपनी नन्ही सी बेटी पर तेजधार हथियार से वार किया जिससे वह बेहोश हो गई। बेटी को मृत समझ कर फिर उसने अपनी पत्नी कांता देवी पर भी तेज़ हथियार से वार किया और मिट्टी का तेल फैंककर आग लगाकर जला डाला। पत्नी के जिंदा जलने पर उसने अपने ऊपर भी मिट्टी का तेल डालकर अपनी इहलीला समाप्त कर दी। बताया जा रहा है कि वारदात को अंजाम देने वाला शख्स हिमाचल प्रदेश बिजली बोर्ड में कार्यरत था।
मृतका सावित्री देवी के जोर-जोर चिल्लाने की आवाज़ सुनकर स्थानीय लोग बचाव लिए भाग कर घटना स्थल पर पहुंचे और दरवाजा तोड़कर बच्ची को बाहर निकाला। बच्ची को बाहर निकालने के बाद उसे अस्पताल में इलाज के लिए घुमारवीं अस्पताल भेजा। जब तक ग्रामीण उन दोनों को बचाते तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। ग्रामीणों ने दोनों को मरा हुआ देखने के बाद पुलिस को सूचित किया।
वहीं, दूसरी ओर घुमारवीं पुलिस थाना राकेश रॉय ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस ने मौके पर पहुंच मामला दर्ज़ कर लिया है और घटना के कारणों की गंभीरता से जांच की जा रही है।उन्होंने बताया कि मृतक आरोपी और उसकी पत्नी में लंबे समय से अनबन चल रही थी। मृतक आरोपी कुछ दिनों से घर से गायब रहा, जिसकी उसकी पत्नी कांता देवी ने पुलिस थाना घुमारवीं में एफआई आर दर्ज़ की थी।