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रेडक्रॉस मेले में स्थानीय कलाकारों की अनदेखी पर गायकों ने प्रशासन के खिलाफ खोला मोर्चा

पी. चंद |

नालागढ़ प्रशासन द्वारा आयोजित जिला स्तरीय रेडक्रॉस मेले में बीबीएन के स्थानीय गायकों और कलाकारों की अनदेखी पर गायकों ने मोर्चा खोल दिया है। गायकों का कहना है कि प्रशासन बाहरी राज्यों के कलाकारों पर तो लाखों रूपया उड़ा रहा है लेकिन स्थानीय गायकों को आवेदन के बाबजूद भी प्रस्तुति का मौका नहीं दिया गया।

नालागढ़ में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान स्थानीय गायकों ने प्रशासन पर जमकर गुब्बार निकाला। गायक कल इस बाबत एक शिकायत भी प्रशासन को सौंपेंगे। गायकों ने दो टूक शब्दों में चेतावनी दी है कि रविवार को होने वाली स्टार नाईट के चलने वाले कार्यक्रम में सभी गायक विरोध प्रदर्शन करेंगे।

नालागढ़ में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए बीबीएन के गायक पारस बैंस, संजय सागर, पोला राम ढांकवाला, हंसराज, राजवीर, संजीव सीतारा, किशोरी लाल,गुरनाम चक्कां , गुरप्रीत, लवप्रीत लक्की,अवनेश, समेत अन्य गायकों ने बताया कि रेडक्रॉस मेले में प्रस्तुति के लिए दो दर्जन से अधिक गायकों व स्थानीय कलाकारों ने आवेदन किया था। आवेदन के बावजूद भी गायकों को प्रस्तुति का मौका नहीं दिया गया। गायकों ने आरोप लगाया कि रेडक्रॉस मेला प्रशासन बाहरी राज्यों के गायकों पर लाखों रूपया लुटा रहा है। मात्र 1-1 घंटे की प्रस्तुति पर बाहरी राज्यों के गायकों पर लाखों रूपया लुटा दिया जाता है। लेकिन स्थानीय गायकों को पैसे देने तो दूर की बात है कि उन्हें मंच पर प्रस्तुति तक का मौका नहीं दिया जा रहा।

रविवार की स्टार नाईट के बीच करेंगे विरोध प्रदर्शन

गायकों ने बताया कि रविवार को इस मामले को लेकर प्रशासन को एक शिकायत सौंपी जाएगी और पूछा जाएगा कि क्यों आवेदन के बावजूद भी स्थानीय गायकों और कलाकारों को मौका नहीं दिया गया। शिकायत के बाद सभी गायक एकजुट होकर रविवार को होने वाली स्टार नाईट के बीच अपना विरोध प्रदर्शन करेंगे। गायकों ने बताया कि प्रशासन की इसी अनदेखी के चलते क्षेत्र के कई मशहूर गायकों ने आवेदन तक नहीं किया। क्योंकि हर बार स्थानीय कलाकारों को प्रशासन द्वारा जलील किया जाता है।

ठेकेदारी प्रथा बंद करे प्रशासन

गायकों ने पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि प्रशासन मेले के आयोजन में ठेकेदारी प्रथा को बंद करे। प्रशासन द्वारा एक आदमी को स्टेज और गायकों का जि मा सौंप दिया जाता है। वह ठेकेदार अपने चहेते गायको को मौके देते हैं और उन पर मुहमांगे पैसे भी लुटाए जाते हैं। गायकों ने तो यहां तक भी आरोप लगाया कि बाहर से बुलाए जाने वाले पंजाबी गायकों को भुगतान को कुछ किया जाता है और कागजों में कुछ दिखाया जाता है। ऐसा ही पहले प्रशासन स्थानीय गायकों के साथ भी कर चुका है। इसी अनदेखी और हेराफेरी से आहात बीबीएन के कई गायकों ने इस बार आवेदन ही नहीं किया। मौके पर पर पारस बैंस के साथ संजय सागर, पोला राम ढांकवाला, हंसराज, राजवीर, संजीव सरा, किशोरी लाल, सु मी प्रिंस, गुरप्रीत, लवप्रीत लक्की, ओंकार सिंह, कश्मीरी लाल, शिव बैंस, जोगिंद्र, गुरप्रीत बैंस, रणजीत सिंह, गुरभाग सिंह, पलेर सिंह, नरेंद्र कौर समेत अन्य गायक उपस्थित रहे।