मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने जीएस बाली के बीजेपी में शामिल होने की अटकलों पर बड़ा बयान दिया है। वीरभद्र सिंह ने कहा कि जीएस बाली को पार्टी छोड़नी है तो छोड़ दें, इससे कांग्रेस को कोई फर्क नहीं पड़ने वाला।
शिमला में मीडिया के एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्रीने कहा कि जीएस बाली की केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली के साथ दोस्ती है। पिछले 2 साल से वह बीजेपी में जाने की धमकी देते रहे हैं। अगर उन्हें जाना है, तो चले जाएं।
वीरभद्र सिंह ने कहा कि पंडित सुखराम के परिवार का भी बीजेपी में शामिल होने से पार्टी की सेहत पर कोई असर नहीं पड़ने वाला। उन्होंने पंडित सुखराम को आया राम-गया राम का खिताब दिया।
गौरतलब है कि चाहें पंडित सुखराम का परिवार हो या फिर जीएस बाली के साथ-साथ दूसरे नेता। सभी ने एक सुर में पार्टी में विद्रोह के पीछे कहीं ना कहीं परोक्ष तौर पर वीरभद्र सिंह को ही जिम्मेदार ठहराया है। अब जबकि चुनाव में गिने-चुने दिन रह गए हैं, ऐसे में दिल की बातें भी अब सामने आने लगी हैं।