प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता प्रेम कोशल ने कहा कि प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री बीजेपी नेताओं के निशाने पर आ गए हैं। केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने पहले खेल मंत्री पर निशाना साधा और अब रेलवे विस्तार को लेकर प्रदेश सरकार द्वारा 50 प्रतिशत धन उपलब्ध न करवाने का बयान देकर राज्य सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है। रेलवे विस्तार के अपने वादे को पूरा नहीं हो पाने की स्थिति में अनुराग ठाकुर ने इसकी नाकामी का ठीकरा प्रदेश सरकार के सिर फोड़ कर जहां इस मसले पर खुद को बेल आउट करने का तानाबाना बुना है वहीं, मुख्यमंत्री और राज्य सरकार की भी किरकिरी की है।
बीजेपी नेताओं द्वारा विकास योजनाओं को क्रियान्वित करने में एक दूसरे के ऊपर सहयोग न करने की राजनीति के चलते प्रदेश में विकास कार्य बुरी तरह से प्रभावित हो रहे हैं। अभी हाल ही में इंवेस्टरमीट के विषय मे जानकारी लेने और इसके विषय में चर्चा करने के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेश के मुख्यसचिव तथा उद्योग विभाग के अधिकारियों को दिल्ली बुला कर उनसे इंवेस्टरमीट के विषय में जानकारी ली और कुछ सुझाब भी दिए।
लेकिन उन्होंने मुख्यमंत्री और उद्योग मंत्री को इस चर्चा से दूर रखा, क्या प्रधानमंत्री को इस विषय में कोई भी सुझाब मुख्यमंत्री के माध्यम से नहीं देना चाहिए था। इस घटनाक्रम ने कहीं न कहीं प्रधानमंत्री की नज़र में मुख्यमंत्री की काबलियत पर विश्वास न होने का भ्रम पैदा किया है और मुख्यमंत्री की बजाए सीधे अधिकारियों से बात चीत करके देश के संघीय ढांचे की स्थापित परम्पराओं को भी चोट पहुंचाई है।