प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने धर्मशाला में प्रस्तावित ग्लोवल इन्वेस्टर्स मीट में प्रदेश में पहले से स्थापित उधमियों को इसमें न बुलाये जाने पर हैरानी जताई है। उन्होंने कहा है कि एक तरफ नए उद्योगपतियों को बड़े मान सम्मान के साथ पूरी सुखसुविधा से यहां बुलाया जा रहा है, दूसरी ओर प्रदेश में पहले से कार्यरत उद्यमियों की उपेक्षा की जा रही है, जो इनके साथ बड़ा अन्याय है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रदेश में उद्योगिक विकास की विरोधी नहीं है। कांग्रेस चाहती है की प्रदेश में नए उद्योग स्थापित हों, पर इसी के साथ पहले से स्थापित उन उद्योगों की भी सुध ली जानी चाहिए, जो किसी न किसी कारण से आज दम तोड़ रहे है।
राठौर ने कहा कि धर्मशाला में जिस प्रकार का तामझाम किया जा रहा है उससे ऐसा लगता है कि यह कोई इन्वेस्टर्स मीट ने होकर एक उद्योगिक मेला हो रहा है,जिस में नीलामी के माध्यम से प्लॉटों और उद्योगों का आवंटन किया जाना है। उन्होंने कहा कि इसमें केवल बड़े होटलों के निर्माण या हाउसिंग सेक्टर को ही प्रमुखता देना प्रदेश के साथ एक बड़ा अन्याय होगा।
उन्होंने कहा है कि देश मे आर्थिक मंदी से पहले ही उद्योगों में बड़े पैमाने में कामगारों की छठनी की जा रही है।देश में बेरोजगारी बड़ रही है।सरकार इससे निपटने में कोई कारगर कदम नही उठा रही है।बड़े पूंजीपतियों को राहते दी जा रही है,जबकि आम लोग एकतरफ महंगाई और दूसरी तरफ बेरोजगारी से जूझ रहा है।देश की अर्थव्यवस्था चोपट होकर रह गई है। बैंकों में भी जहां लोगों का पैसा सुरक्षित न हो,ऐसे में सरकार पर कैसे भरोसा किया जा सकता है।
राठौर ने धर्मशाला में होने जा रही इस मीट के आयोजन पर करोड़ो खर्च करने पर चिंता ब्यक्त करते हुए कहा है कि कही यह प्रदेश सरकार और बड़े उद्योगपतियों के बीच कोई हनीमून ही साबित न हो।