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धर्मशाला: वन वे ट्रैफिक व्यवस्था के खिलाफ व्यापारियों ने किया चक्का जाम

मनोज धीमान |

वन वे ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर व्यापारी मंडल कोतवाली बाजार द्वारा धरना-प्रदर्शन किया गया। व्यापारी मंडल की मांग है कि धर्मशाला में वन-वे ट्रेफिक व्यवस्था को बंद किया जाए, ताकि इससे होने वाला नुकसान व्यापारियों को न उठाना पड़े। व्यापारियों ने नेशनल हाईवे धर्मशाला शिमला पर चक्का जाम कर दिया और वहां से किसी भी गाड़ी, बस या दो पहिया वाहन को वहां से नहीं गुजरने दिया। लोग सड़क के बीच बैठ जाए और उन लोगों ने काफी नारेबाजी भी वहां पर की इसके चलते सड़क पर काफी लंबा जाम लगा रहा, जिससे कि आम लोगों को आने जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

व्यापारी मंडल कोतवाली के प्रधान रजिंदर जसवाल ने बताया कि इन्वेस्टर मीट को लेकर यह वन वे व्यवस्था बनाई गई थी और जिला उपायुक्त ने उनको आश्वासन दिया था कि जैसे ही इन्वेस्टर मीट खत्म हो जाएगी उसके दौरान यह वन वे ट्रेफिक व्यवस्था भी हटा दी जाएगी, लेकिन उसके बाद भी कई दिन बीत गए, पर इस वन वे ट्रैफिक व्यवस्था को बंद नहीं किया गया, जिससे कि कोतवाली बाजार के सभी व्यापारियों व दुकानदारों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है।

उन्होंने बताया कि जिला उपायुक्त ने हमारी इस बात पर गौर नहीं किया इसलिए आज हमें यह धरना प्रदर्शन करना पड़ा। साथ ही उन्होंने बताया कि जब हम लोग विधायक विशाल नेहरिया के साथ उपर्युक्त के पास ज्ञापन देकर जाए, तो उसके बाद भी उनके इस ज्ञापन को लेकर कोई सुनवाई नहीं की गई। कोतवाली बाजार के पूर्व प्रधान रविकांत शर्मा उर्फ सोनू ने बताया कि इन्वेस्टर मीट के चलते फव्वारा चौक कोतवाली का जो फव्वारा है, उसे दो-तीन दिनों के लिए चलाया गया और उसके बाद जैसे ही इन्वेस्टर मीट खत्म हुई, तो उस फव्वारे को बंद कर दिया गया।

उन्होंने बताया कि इन्वेस्टर मीट के चलते कुछ दिन यहां पर साफ-सफाई का भी विशेष ध्यान रखा गया, लेकिन जैसे ही इन्वेस्टर मीट खत्म हुई। उसके बाद फिर से वही पर गंद पढ़ना शुरू हो गया और उन्होंने यह भी कहा कि अगर प्रशासन इस वन वे व्यवस्था को बंद नहीं करेगी, तो हमारा यह धरना प्रदर्शन और भी उग्र रूप धारण कर लेगा और इसका खामियाजा सरकार को भुगतना पड़ेगा। उसके बाद कोतवाली बाजार के व्यापारियों द्वारा प्रदेश सरकार, उपायुक्त, एसपी के खिलाफ काफी नारेबाजी भी की गई।

व्यापारी द्वारा यह चक्का जाम लगभग एक डेढ़ घंटा लगा रहा। उसके बाद जब एसडीएम मौके पर पहुंचे और व्यापारियों की समस्याओं को सूना। एसडीएम ने उन्हें आश्वासन दिया कि वे इस बारे में वे उपायुक्त से  शाम को बात करेंगे और इस समस्या का कोई न कोई सामाधान जरूर निकालेंगे। एसडीएम के आश्वासन के बाद व्यापारियों ने चक्का जाम खत्म किया और तब जाकर कहीं गाड़ियों को आगे जाने का रास्ता मिला।