पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के सुजानपुर से चुनाव लड़ने के बाद कांग्रेस के लिए हमीरपुर को भेदना कुछ हद तक आसान हो सकता है। हालांकि, हमीरपुर विधानसभा प्रदेश में बीजेपी के लिए हॉट सीट रही और खुद पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल यहां से विधायक का चेहरा रहे हैं। लेकिन, अब बीजेपी ने हमीरपुर से नरेंद्र ठाकुर को अंतिम समय में मैदान में उतारने का सोच लिया है।
वहीं, कांग्रेस से यदि डॉक्टर पुष्पेंदर वर्मा को टिकट मिलता है तो कांग्रेस को हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र में एक स्वच्छ और बेदाग़ एवं समाजसेवी छवि का फायदा मिल सकता है। एक ओर क्षेत्र में जहां नगर परिषद् एरिया के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों में एक बड़ा बुद्धिजीवी और युवा वर्ग डॉक्टर पुष्पेंदर के साथ खड़ा नज़र आ रहा है, वहीं उनकी ज़मीनी पकड़ भी बाकी कांग्रेस के टिक्टार्थियों की अपेक्षा इस वक्त अधिक दिखाई देती है। ऐसे में कांग्रेस यदि नरेंद्र ठाकुर को भेदती है तो उसका एक कारण यही है कि पुष्पेंदर वर्मा को टिकट मिलना।
बताते चलें की इस वक़्त बीजेपी का एक बड़ा धड़ा प्रेम कुमार धूमल के हमीरपुर छोड़ सुजानपुर जाने से मायूस चल रहा है और वो धड़ा पिछले विधानसभा चुनावों में नरेंद्र ठाकुर की खिलाफ रहा करता था। सभी परिस्थितियां इस वक़्त यह दर्शा रहीं हैं की यदि कांग्रेस डॉक्टर पुष्पेंदर को मैदान मैं उतारती है तो पिछले कई सालों से चल रहा कांग्रेस का बनवास हमीरपुर से ख़त्म हो सकता है।