सर्दियों का मौसम शुरू होते ही जंगलों से जानवर ग्रामीण परिपेक्ष का रुख करते है। पहाड़ी इलाकों में भारी बर्फबारी के चलते जंगली जानवर निचले इलाकों का रुख करते है और कई बार तो गांव में ही पहुंच जाते है। चंबा जिला के सलूणी मार्ग पर सुंडला के पास तेंदुए का बच्चा बिना किसी डर के सड़क पर चहल कदमी करता दिखा और इसका वीडियो कैमरा में कैद हो गया। आपको बताते चले कि तेंदुए और चीतों की प्रजाति धीरे-धीरे लुप्त हो रही है। लेकिन सड़कों पे इस तरह तेंदुए के बचे का देखा जाना इस बात का संकेत दे रहा है कि लुप्त होती प्रजाति अब धीरे धीरी बढ़ने लगी है।
देश में टाइगर को बचाने के लिए विशेष तरह की मुहीम हमेशा छेड़ी जाती रही है। लेकिन इसके बचाव के लिए प्रयास ना के बराबर दिखे है। हालंकि विज्ञापनों के माध्यम से हमेशा ये सन्देश देने का काम किया जाता है कि टाइगर को बचाना है। लेकिन चंबा की सड़कों पर इस तरह टहलते तेंदुए के बचे इस प्रजाति के बढ़ने की उम्मीद जगा रहे हैं। चंबा जिला की सडकों पर कुछ दिनों से इस तरह के तेंदुए को रात को टहलते अक्सर देखा जा रहा है। लेकिन बीते कल दोपहर के बाद सरेआम टहलते हुए इस शावक को पहली बार देखा गया है।