राजधानी शिमला के कार्ट रोड से मॉल रोड तक पहुंचाने के लिए लगाई गई पर्यटन निगम की लिफ्ट के हांफने के समाचार आये दिन सामने आते रहते हैं। ऐसा ही एक मामला वीरवार शाम करीब 3:55 बजे सामने आया जब ट्यूशन लेकर अपने घर लोअर बाजार जा रही दो छात्राएं पुरानी लिफ्ट में 3:55 से 4:40 पौने घंटे तक फंसी रही। लेकिन वंहा पर ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों को इसकी भनक तक नहीं लगी। कर्मचारी ड्यूटी से कुछ समय के लिए नदारद भी रहे।
छात्राओं के इमरजेंसी नंबर पर मदद के लिए कॉल करने पर किसी ने फ़ोन तक नही उठाया। पुलिस हेल्पलाइन नम्बर 100 पर कॉल करने पर भी फोन नहीं उठाया। छात्राओं ने फायर ब्रिगेड के 101 नम्बर पर कॉल की जंहा से फायर ब्रिगेड की टीम ने मौके पर पहुंच कर छात्राओं लिफ्ट से बाहर निकाला।
छात्राएं इस घटना से इतना घबरा गई हैं कि अगली बार से लिफ्ट का कभी इस्तेमाल न करने की बात कह रही हैं। अब सवाल यह उठता है कि अगर पर्यटन निगम और पुलिस हेल्पलाइन नम्बर पर कॉल करने पर भी इस तरह की घटनाओं में मदद न मिले तो लोग कंहा शिकायत करें और इस तरह की घटनाओं में कोई अनहोनी हो जाये तो उसके लिए कौन जिम्मेदार होगा।