1600 एसएमसी के अध्यापकों को बाहर का रास्ता दिखाना प्रदेश के मुख्यमंत्री और उनकी भाजपा सरकार का बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण निर्णय है। यह बात प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष और नादौन के विधायक ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कही। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि जहां एक ओर हिमाचल प्रदेश में बेरोजगारों को दर-दर भटकने के बाद भी रोज़गार नसीब नहीं हो रहा है और देश में बेरोजगारी की दर में हिमाचल तीसरे स्थान पर पहुंच गया है।
दूसरी ओर प्रदेश सरकार ने स्कूलों में कार्यरत 1600 एसएमसी के अध्यापकों को बाहर का रास्ता दिखाने का निर्णय लिया है। यह बेरोज़गार युवाओं के साथ भद्दा मज़ाक है। इन एसएमसी के अध्यापकों को प्रदेश सरकार द्वारा तय नियमों का पालन करने के बाद ही रखा गया था, लेकिन अब ये अन्याय क्यूं हो रहा है। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से सवाल करते हुए कहा कि अब इतने वर्ष प्रदेश के स्कूलों में सेवाएं देने के बाद यह एसएमसी अध्यापक कहां जाएंगे और इनके परिवारों का भरण पोषण कैसे होगा?
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के रोज़गार देने के ढेरों दावे कहां ढेर हो गए। इन एसएमसी के अध्यापकों को क्यों बेरोज़गार किया जा रहा है। मुख्यमंत्री और सरकार को इन एसएमसी अध्यापकों को बेरोज़गार करने का निर्णय जल्द वापस लिया जाना चाहिए। पटवारी परीक्षा में जल्द सरकार सही फैसला ले औऱ युवाओं के साथ धोखा न करे।