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नेशलन इलेक्शन वॉच ने सामने रखा नेताओं का लेखा-जोखा

पी. चंद |

नेशलन इलेक्शन वॉच ने हिमाचल के नेताओं का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया है। नेशनल इलेक्शन वॉच से देश भर के करीब 200 स्वयं सेवी संगठन जुड़े हुए हैं। हिमाचल के नेताओं के बारे में ओम प्रकाश धरेटा अध्यक्ष ज्ञान विज्ञान समिति ने शिमला पत्रकार वार्ता में कुछ आंकड़े सामने रखे हैं। धरेटा ने बताया कि  2012 से 2017 तक का जनप्रतिनिधियों का लेखा-जोखा 30 अक्टूबर को पेश किया जाएगा।

हिमाचल प्रदेश में 2012 के मुताबिक 19 फीसदी विधानसभा सदस्य आपराधिक मामलों में संलिप्त है जिनमें छः फीसदी सदस्यों पर गंभीर मामले दर्ज हैं। आपराधिक मामलों में कांग्रेस पार्टी पहले स्थान पर है। जबकि, बीजेपी दूसरे स्थान पर, पहले पांच आपराधिक मामलों में  विधायक आशा कुमारी, रविन्द्र सिंह, विनय कुमार, अनिरुद्ध सिंह और अनिल कुमार के नाम शामिल हैं।

हिमाचल में 68 में से  66 फीसदी सदस्य करोड़पति है जिनकी कुल आय 721 करोड़ है। कांग्रेस के 75 फीसदी सदस्य करोड़ पति है जबकि बीजेपी के  42 फीसदी सदस्य करोड़पति हैं। इन सदस्यों में पांच सबसे अमीर सदस्यों की सूची में बृज बिहारी लाल बुटेल 169 करोड़ की संपति कर साथ पहले नम्बर पर है , दूसरे स्थान पर 41 करोड़ की संपत्ति के साथ बलवीर वर्मा,  तीसरे नंबर पर, राम कुमार 36 करोड़, वीरभद्र सिंह 34 करोड़ जबकि, पांचवे नंबर पर 29 करोड़ की संपत्ति के साथ अनिल कुमार शर्मा हैं।
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हिमाचल विधानसभा में पहुंचे सदस्यों की शिक्षा पर बात करें तो  पीएचडी डिग्री धारक एक सदस्य है, एमफिल 3 सदस्यों ने की है, पीजी 9 सदस्य हैं। लॉ पीजी भी 3 सदस्य है, प्रोफेसर ग्रेजुएट 4, ग्रेजुएट 21 सदस्य, अंडर ग्रेजुएट तीन,  डिप्लोमा होल्डर एक है, जमा दो पांच सदस्य है जबकि दस पास एमएलए तीन  है। इन सदस्यों में 3 सदस्य ऐसे है जो 8 बार जीतकर विधानसभा पहुंचे, सात सदस्य एक बार,  6 सदस्य पांच बार, पांच सदस्य 6 बार,  चार सदस्य  तीन मर्तवा, तीन सदस्य 13 बार, 2 सदस्य 13  मर्तबा जबकि, सबसे ज्यादा पहली बार  26 विधायक चुनकर विधानसभा पहुंचे हैं।