प्रदेश के पू्र्व मुख्यमंत्री एवं विवेकानन्द ट्रस्ट के अध्यक्ष, शांता कुमार ने एक वक्तव्य में हिमाचल प्रदेश के शिक्षा जगत – वाईस चांसलर, प्रिंसीपल और मुख्य अध्यापकों से स्वामी विवेकानन्द जन्मोत्सव समारोह में सक्रिय सहयोग देने की अपील की है। उन्होने प्रदेश के सभी तीन हजार शिक्षा संस्थानों को पत्र लिख कर निवेदन किया है कि वे स्वामी विवेकानंग के जीवन पर होने वाली प्रतियोगिता में भाग लें। यदि किसी को किन्ही कारणों से पत्र न मिला हो तो कायाकल्प की वेबसाइट www.kayakalppalampur.com पर देख सकते हैं।
उन्होने कहा कि भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू, नेता जी सुभाष चन्द्र बोस, स्वतन्त्रता सेनानी अरविन्द घोश, राज गोपालाचार्य जैसे देश भक्त नेताओं ने कहा था कि स्वामी जी ने आजादी की लड़ाई के लिए पृष्ठ भूमि तैयार की। अंग्रेजी राज्य से प्रभावित और ईसाई मिशनरियों के प्रचार के कारण भारत हीन भावना में सो रहा था। उस समय स्वामी जी ने भारत की युवा शक्ति को अपने संदेश से जगाया, उठाया और उसी के कारण स्वतन्त्रता संग्राम में देश जूझा और भारत
आजाद हुआ।
शांता ने कहा कि आज की युवा पीढ़ी को स्वामी विवेकानन्द जी के संदेश की बहुत अधिक आवश्यकता है। इसीलिये हिमाचल प्रदेश में पहली बार अपनी प्रकार की पहली प्रतियोगिता हो रही है। कुल 144 पुरस्कार 11 लाख रुपये के दिये जाएगें। हमारी इच्छा है कि हिमाचल प्रदेश की सभी शिक्षा संस्थाएं इसमें भाग लें।