प्रदेश कार्यकारिणी भंग करने के बाद हिमाचल कांग्रेस में लगातार घमासान मचा हुआ है। इसी बीच ख़बर है कि अब कांग्रेस के कुछ बड़े नेता कुलदीप राठ़ौर को हटाने की भी लॉबिंग कर रहे हैं। हालांकि, हाईकमान ने राठ़ौर पर पहले ही भरोसा जताया था। लेकिन सूत्र बता रहे हैं कि कार्यकारिणी के बाद कुछ बड़े नेता लगातार दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं औऱ हाईकमान से राठ़ौर को हटाने की चर्चा चल रही है।
इस बार में कुलदीप राठ़ौर का कहना है कि कुछ लोग लगातार दिल्ली में डेरा डालकर पार्टी के भीतर माहौल को खराब करने का प्रयास कर रहे हैं। पार्टी में सभी को अपनी बात रखने का हक है और अग़र उनसे लोग मिल रहे हैं तो ये बहुत बड़ी बात नहीं। उन्होंने कहा कि इतना जरूर मैं कह सकता हूं कि सबकी अपनी-अपनी इच्छाएं होती हैं, लेकिन मेरी ऐसी कोई मंशा भी नहीं और इच्छा भी नहीं है। मुझे जो ड्यूटी पार्टी की तरफ से दी गई है उसके लिए मैं लगातार काम कर रहा हूं और करता रहूंगा।
वहीं, ठाकुर रामलाल ने भी इस विषय को स्पष्ट किया है और उन्होंने कहा छले कल ही सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मुलाक़ात की है और पार्टी को कैसे हिमाचल प्रदेश में सशक्त करना है जैसे सभी विषयों पर करीब आधा घंटा सोनिया गांधी से मेरी चर्चा हुई है। इससे अधिक मैं कोई बात मीडिया के समक्ष नहीं रख सकता।
उधर, राठ़ौर ने भंग कार्यकारिणी पर कहा कि महाराष्ट्र में हमारी प्रभारी रजनी पाटिल इन दिनों व्यस्त हैं जिसके चलते नई कार्यकारिणी का गठन नहीं हो पा रहा। उनकी अगुवाई में कार्यकारिणी का गठन होगा और सोनिया गांधी से मिलकर उसको अप्रूव करवाकर घोषित किया जाएगा। इन सब के बीच अब देखना ये है कि आख़िरकार हाईकमान अपने फैसले पर कायम रहता है या नहीं…???