शिमला के कोटखाई का बहुचर्चित गुड़िया मामले में फॉरेंसिक रिपोर्ट के विशेषज्ञों के कोर्ट में सामने आए बयान के बाद गुड़िया केस में नया मोड़ आ गया है। गुड़िया के माता-पिता भी सीबीआई जांच से संतुष्ट नहीं है। गुड़िया के परिजनों का कहना है कि सीबीआई एक चिरानी को गुनहगार बता रही है, दरअसल वह असली गुनहगार नहीं है। असली गुनहगार अभी भी खुलेआम बाहर घूम रहा है। 2 साल बाद भी गुड़िया को न्याय नहीं मिला है। गुड़िया की परिजनों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर मामले की फिर से जांच की मांग की है जिससे गुड़िया की असली गुनहगार सलाखों के पीछे पहुंच सके।
गुड़िया के परिजनों ने सीबीआई पर आरोप लगाते हुए कहा है कि सीबीआई को भी पैसों से खरीद लिया गया है और मामले की जांच सही दिशा में नहीं हुई है। इस तरह की दरिंदगी गुड़िया के साथ की गई थी वह एक अकेले व्यक्ति का काम नहीं हो सकता है। मामले की फिर से निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से भी मामले की निष्पक्ष जांच की गुहार लगाई है और चेताया है कि भाजपा गुड़िया मामले के दम पर ही सत्ता में आया है। अब अगर गुड़िया को न्याय नहीं मिला तो भाजपा को भी सत्ता से हाथ धोना पड़ेगा जिस तरह से कांग्रेस को सत्ता से बाहर किया गया है लोग भाजपा को भी बाहर कर देंगे।
गुड़िया को अगर न्याय नहीं मिला तो लोग एक बार फिर से सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेंगे जिसकी सारी जिम्मेवारी सरकार की होगी।