रामपुर के लवी मेले में आबंटित दुकानों को दस दिन पहले हटाने के विरोध में माकपा जिला कमेटी शिमला का प्रतिनिधिमंडल एडीएम कानून व्यवस्था शिमला से मिला और ज्ञापन सौंपकर दुकानों को हटाने की अंतिम तारीख पिछले साल की भांति दस दिसम्बर करने की मांग की। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिवालय सदस्य विजेंद्र मेहरा और बलबीर पराशर ने संयुक्त बयान जारी कर कहा है कि जिला शिमला प्रशासन लवी मेले में आबंटित दुकानों को हटाने के लिए दुकानदारों पर जबरन दबाव डाल रहे हैं। इस साल पिछले साल की अपेक्षा दुकानों को 10 नबंवर को आबंटित करने के बजाए इन्हें पांच दिन बाद 15 नबंवर को आबंटित किया गया।
इसी प्रकार पिछले साल की अपेक्षा दुकानों को हटाने की तारीख दस दिसम्बर के बजाए घटाकर एक दिसम्बर कर दी गयी। इस साल दुकानों का किराया भी दोगुना कर दिया गया। इसी प्रकार इस साल पूरे देश की तरह रामपुर में भी भयंकर मंदी चल रही है। इस प्रकार जिला प्रशासन के इन दुकानदार विरोधी निर्णयों के कारण दुकानदार भारी घाटे में हैं और मानसिक तनाव में हैं। दिन घटने और किराया दोगुना होने के कारण दुकानदार अपना किराया भी पूरा नहीं कर पाए हैं। इसलिए जिला प्रशासन एक दिसम्बर को दुकानें हटाने के अपने निर्णय को तुरन्त वापिस ले और इसे दस दिसंबर तक बढ़ाएं। इस अवसर पर प्रतिनिधिमंडल के अनेक अधिकारी अपस्थित रहे।