दिल्ली में होने वाली महारैली के लिए हिमाचल से 1 हज़ार कार्यकर्ता जाएंगे। इसके लिए गुरुवार को शिमला कार्यालय में बैठक हुई लेकिन बैठक में सिर्फ कुछ ही नेता पहुंचे। हैरान करने वाली बात ये कि सभी विधायकों औऱ पूर्व विधायकों को राठ़ौर ने बुलाया था लेकिन सिर्फ मौजूदा वक़्त में 3 ही विधायक शिमला पहुंचे। यहां तक कि सीएलपी मुकेश अग्निहोत्री ने भी इस बैठक से किनारा किया।
इस पर प्रदेश अध्यक्ष राठ़ौर का कहना है कि उनकी सबसे बात हुई है। कुछ नेता अभी व्यस्त है जिसके चलते वे शुक्रवार को होने वाली बैठक में शामिल हो सकते हैं। हर ब्लॉक के 16 कार्यकर्ताओं को शामिल होने का टारगेट है औऱ जिस तरह का उत्साह है उससे लगता है कि दिल्ली 1 हज़ार से ज्यादा कार्यकर्ता भागीदारी दर्ज करवाएंगे।
राठ़ौर ने कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में अर्थव्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। महंगाई आसमान छू रही है और बेरोजगारी भी बढ़ती जा रही है। केंद्र सरकार केवल जुमलेबाजी कर रही है और लोग परेशानी में है। इसलिए विपक्ष में होने के नाते कांग्रेस लोगों की आवाज को बुलंद करेगी और केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलन का बिगुल फूंकेगी। भाजपा के राज में बलात्कार और हत्या आम बात हो गई है सरकार की प्रशासनिक अधिकारियों पर पकड़ कमजोर हो गई है जिसके चलते इस तरह के अपराध हर रोज घटित हो रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश में भी क्राइम का ग्राफ दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। हैदराबाद की रेप और हत्या की घटना पर दुख जाहिर करते हुए राठौर ने कहा कि सरकार अपराधियों को जल्द से जल्द सजा दे।