हिमाचल प्रदेश में जायका प्रोजेक्ट पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के समय हिमाचल में आया और इसे कृषि की नई तकनीकों को किसानों तक पहुंचाने के लिए जापान से लाया गया था। जायका के पहले चरण में पिछले लंबे समय से सेवानिवृत्त अधिकारी ही अपनी सेवाएं दे रहे हैं और सरकार की तरफ से कोई पॉलिसी इन नियुक्तियों को लेकर अभी तक नहीं बनाई गई है। इसी को लेकर प्रदेश के कृषि मंत्री रामलाल मारकंडे ने कहा कि जायका का दूसरा चरण अप्रैल 2020 से प्रदेश में शुरू होने जा रहा है जो कि प्रदेश के सभी 12 के 12 जिलों में चलाया जाएगा और उस चरण के दौरान ही जो पुरानी सेवानिवृत्त अधिकारियों की नियुक्तियां हैं उनको भी बदला जाएगा।
उन्होंने कहा कि हाल ही में धर्मशाला में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और हमारे साथ जायका अधिकारियों की बैठक हुई है। जिसमें सरकार ने उन्हें इस बारे में अवगत कराया है कि सेवानिवृत्त अधिकारियों को लंबे समय तक जायका में ना रखा जाए। वह इसी के साथ जायका के कुछ अधिकारियों का विदेशी दौरा भी इन दिनों चर्चा में है और यह अधिकारी ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और सिंगापुर के दौरे पर जायका प्रोजेक्ट के अंतर्गत गए थे। लेकिन सरकार का एक नियम है कि सेवानिवृत्त अधिकारियों को इस तरह के दौरों पर नहीं भेजा जाता है।
इसको लेकर कृषि मंत्री ने कहा कि उन्हें इस बात का ध्यान नहीं है लेकिन वह इस सारे विषय की जांच करेंगे और अप्रैल 2020 से जब जायका दूसरे चरण से शुरू होगा तो इसे नए तरीके से पूरे प्रदेश में लागू करने का प्रयास करेंगे। ताकि इस तरह के फंड्स का दुरुपयोग किसी भी स्तर पर न किया जा सके क्योंकि आखिर में तो सरकार ने ही सारा पैसा और खर्चा वहन किया हुआ है और सरकार ही इस पैसे की जिम्मेदार है।