जिला बिलासपुर के नयनादेवी में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के तत्वावधान में मातृ वंदना सप्ताह के तहत आयोजित कार्यक्रम में नयनादेवी के डीएसपी संजय शर्मा ने बतौर मुख्य अतिथि उपस्थिति दर्ज करवाई। उन्होंने कार्यक्रम के दौरान लगाई गई पोषाहार प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।
डीएसपी संजय शर्मा ने कहा कि सभ्य समाज होने के बावजूद कई लोग विकृत मानसिकता वाले भी होते हैं। दुष्कर्म, भ्रूण हत्या, नशाखोरी और बढ़ता लिंगानुपात इसी का नतीजा हैं। इन सामाजिक कुरीतियों की वजह से ही ‘बेटी है अनमोल’ और ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ जैसी योजनाएं शुरू करनी पड़ीं। इन कुरीतियों को खत्म करने के लिए समाज का जागरूक होना बेहद जरूरी है। आंगनबाड़ी वर्कर भी इसमें अहम भूमिका निभा सकती हैं। इसके लिए पुलिस भी हमेशा तत्पर है। यदि कहीं पर कोई गलत काम हो रहा हो तो लोग 112 नंबर पर कॉल करके मदद हासिल कर सकते हैं।
महिला एवं बाल विकास अधिकारी नीलम टाडू ने कहा कि पोषण अभियान के तहत महिलाओं को आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से पौष्टिक आहार बारे जानकारी दी जा रही है। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत महिलाओं को प्रथम डिलीवरी पर 5000 रुपये देने का प्रावधान है। इस योजना के तहत अब तक 7478 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनमें से 7203 पात्र महिलाओं को 1,17,57,000 रुपये का इंसेंटिव दिया जा चुका है। उन्होंने गर्भवती महिलाओं को इस योजना का लाभ उठाने के लिए नजदीकी आंगनबाड़ी केंद्र में तुरंत पंजीकरण कराने की सलाह दी। कार्यक्रम के दौरान बेटियों को प्रोत्साहन देने के लिए सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दीं। इस मौके पर सुपरवाइजर दलीप पोसवाल, भाग सिंह, नकराणा पंचायत प्रधान रामपाल और संतोष, सुमन, अनिता, मधुबाला, कमला, तृष्णा- कृष्णा आदि भी मौजूद थे।