पूर्व सीपीएस राजेश धर्माणी ने घुमारवीं के विधायक पर अपने चहितों को लाभ पहुंचाने के आरोप लगाए हैं। धर्माणी ने कहा कि बीजेपी विधायक अपनी नाकामियों को छिपाने का प्रयास कर रहे हैं जिसमें वह कभी कामयाब नहीं होंगे। क्योंकि जो वादे चुनावों में जनता से किये थे उनको भूल कर अपना सारा ध्यान 5-7 चहेतों को करोड़पति बनाने पर केंद्रित कर रहे हैं। विधायक बताएं कि जो मातृ-शिशु अस्पताल खुलवाने का दावा किया था वो अस्पताल कहां है?
धर्माणी ने कहा कि घुमारवीं और भराड़ी अस्पताल में भवन निर्माण कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में इसलिए शुरू किए थे ताकि भविष्य में इनका दर्जा बढ़ाया जा सके। अस्पताल में डाक्टरों की कमी को दूर करने के लिए केंद्र में कांग्रेस सरकार के तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री गुलाब नबी आजाद ने सिरमौर, हमीरपुर और चंबा के मेडिकल कॉलेज स्वीक्रित किए थे और नेरचौक मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास तत्कालीन श्रम मन्त्री जॉर्ज फर्नाड़ीज ने ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज के रूप में किया था ।
केंद्र में बीजेपी सरकार बनने के बाद जब केंद्र ने ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज को चलाने से मना कर दिया तो प्रदेश में तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने अपने स्तर पर इसे चलाने का निर्णय लिया था। और अब सभी नए खुले मेडिकल कॉलेज शुरू हो गए हैं जिससे आने वाले समय में डाक्टरों की कमी दूर होगी।
उन्होंने कहा कि वर्तमान विधायक तथ्यों को जाने बगैर सिर्फ़ अपनी नाकामियों को छुपाने के उदेश्य से ही झूठ का सहारा ले रहे हैं लेकिन वे झूठ बोलकर जनता को बार-बार गुमराह नहीं कर सकते । कांग्रेस सरकार ने घुमारवीं क्षेत्र में रिकार्ड संख्या में 6 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, 3 उप-स्वास्थ्य केंद्र और हटवाड़ में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खुलवाए और सभी केंद्रों में जरूरी पद स्वीकृत किए थे और एक-दो पदों के अलावा सभी पद भरे गए थे। विधायक को ध्यान रखना चाहिये कि आपकी जिम्मेवारी सिर्फ 5-7 खासमखास के निजी विकास की नहीं है बल्कि सार्वजनिक विकास करवाने की है जिसे करवाने की बजाए कांग्रेस सरकार में स्वीकृत परियोजनाओं को आपकी राजनीति का शिकार होना पड़ा है।