उपायुक्त एवं जिला रैडक्रॉस सोसाइटी की अध्यक्ष डा. ऋचा वर्मा ने कहा है। कि असहाय और जरूरतमंद लोगों के लिए रैडक्रॉस एक बड़ा सहारा है। कुल्लू में भी जिला रैडक्रॉस सोसाइटी के माध्यम से प्रतिवर्ष सैकड़ों असहाय लोगों की मदद की जा रही है। आम लोगों के आर्थिक योगदान से ही सोसाइटी का संचालन होता है और यह असहाय और जरूरतमंद लोगों की मदद करने में सक्षम होती है। इसलिए अधिक से अधिक लोगों को रैडक्रॉस सोसाइटी से जुड़ना चाहिए। मंगलवार को जिला रैडक्रॉस सोसाइटी की वार्षिक आम सभा में सोसाइटी के पदाधिकारियों, मुख्य संरक्षकों, संरक्षकों और आजीवन सदस्यों को संबोधित करते हुए डा. ऋचा ने यह अपील की।
आम सभा में साल 2018-19 की वार्षिक रिपोर्ट, वार्षिक आॉडिट रिपोर्ट, साल 2019-20 के बजट और अन्य मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई। उपायुक्त ने बताया कि गत वित वर्ष सोसाइटी ने 87 असहाय लोगों को लगभग साढे पांच लाख रुपये की मदद दी। गांव कोटला और घियागी के अग्निकांड पीड़ितों को 31.50 लाख रुपये, गांव छलाल और कटागला के भूस्खलन पीड़ितों को 5.20 लाख, ब्यास के किनारे बाढ़ प्रभावित लोगों को 1.82 लाख और लाहौल-स्पिति से सुरक्षित निकाले लोगों को लगभग 48,000 रुपये की आवश्यक सामग्री और आर्थिक मदद प्रदान की। ‘एहसास’ कार्यक्रम के तहत लगभग 620 वरिष्ठ नागरिकों का फ्री मेडिकल चेकअप करवाया और उन्हें आवश्यक दवाईयां वितरित कीं, जिस पर कुल 1.81 लाख रुपये खर्च किए गए। एंबुलेंस सेवाओं पर भी साढे दस लाख रुपये से अधिक धनराशि खर्च की गई। सोसाइटी द्वारा संचालित जिला विकलांगता पुनर्वास केंद्र दिव्यांगों को बहुत ही सराहनीय सेवाएं प्रदान कर रहा है और इसके माध्यम से साढे ग्यारह लाख रुपये खर्च हुए। गत वित वर्ष में सोसाइटी को विभिन्न माध्यमों, एफडी और आम लोगों के योगदान से कुल आय 5 करोड़ 72 लाख की आय हुई, जबकि खर्चा 1 करोड़ 44 लाख रुपये रहा।
उपायुक्त ने कहा कि सोसाइटी में अधिक से अधिक लोगों को जोड़ा जाना चाहिए। इस दिशा में बंजार उपमंडल में अच्छा कार्य किया गया है। अन्य उपमंडलों में भी इसका अनुसरण किया जाना चाहिए। इस अवसर पर अगले साल की संभावित गतिविधियों पर भी व्यापक चर्चा की गई। आम सभा में सोसाइटी के सचिव वीके मोदगिल ने सभी मुद्दों का विस्तृत ब्यौरा पेश किया। मासिक धर्म स्वच्छता और पोषण पर आरंभ होगा विशेष अभियान ऋचा वर्मा ने बताया कि महिलाओं को मासिक धर्म स्वच्छता और आम लोगों को सही पोषण के प्रति जागरुक करने के लिए जिले भर में शीघ्र ही एक बड़ा अभियान शुरू किया जाएगा। मासिक धर्म स्वच्छता पर एक विशेष थीम के साथ यह कार्यक्रम लांच होगा।
एक सर्वे में यह पता चला है। कि कुल्लू जिला में कई महिलाएं और किशोरियां मासिक धर्म के दौरान सेनेटरी नेपकिन का प्रयोग ही नहीं कर रही हैं। ऐसी महिलाओं की प्रतिशतता काफी ज्यादा है। डा. ऋचा वर्मा ने कहा कि मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता का ध्यान न रखने से महिलाओं में संक्रमण की आशंका बढ़ जाती है। इससे वे गंभीर बीमारियों की चपेट में भी आ सकती हैं। लिहाजा, इस संबंध में जिले भर में जागरुकता अभियान चलाया जाएगा और महिलाओं एवं किशोरियों को सेनेटरी नेपकिन का प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। सर्वे में किशोरियों और महिलाओं में अनीमिया की प्रतिशतता भी काफी ज्यादा पाई गई है। इसलिए संतुलित आहार और सही पोषण को लेकर भी जागरुकता अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इन दोनों अभियानों की एक व्यापक रूपरेखा तैयार की जा रही है।